रेलवे ने नहीं माना मोदी सरकार का आदेश, टिकट बुकिंग को लेकर बड़ा फरमान
वेस्टर्न रेलवे ने यह भी कहा है कि 50 हजार रुपये से ज्यादा के टिकट बुक कराने पर पैन कार्ड दिखाना जरूरी होगा। यह आदेश 11 नवंबर तक लागू रहेगा।
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से 500 और 1000 के नोट बैन किए जाने की घोषणा और दी गई कुछ सहूलियतों खिलाफ जाते हुए वेस्टर्न रेलवे ने टिकट बुकिंग को लेकर नया फरमान जारी किया है। रेलवे ने तीनों तरह के एसी के वेटिंग टिकट की बुकिंग पर रोक लगा दी है।
वेस्टर्न रेलवे ने यह भी कहा है कि 50 हजार रुपये से ज्यादा के टिकट बुक कराने पर पैन कार्ड दिखाना जरूरी होगा। यह आदेश 11 नवंबर तक लागू रहेगा।
घोषणा
होते
ही
काउंटर
पर
बढ़
गई
भीड़
बताया
जा
रहा
है
कि
वेस्टर्न
रेलवे
ने
यह
फैसला
इसलिए
लिया
क्योंकि
प्रधानमंत्री
नरेंद्र
मोदी
की
ओर
से
500
और
1000
के
नोट
बैन
करने
की
घोषणा
किए
जाने
के
बाद
से
ही
टिकट
काउंटर
पर
लोगों
की
भीड़
जमने
लगी।
खासकर
ट्रेवेल
एजेंट
मोदी
सरकार
की
ओर
से
रेलवे
काउंटर
पर
पुराने
नोट
लिए
जाने
की
छूट
का
फायदा
उठाने
की
भरपूर
कोशिश
की।
तस्वीरों में देखें, नोट बदलने की अफरातफरी में क्या है बैंकों का हाल
बुक
करा
रहे
हैं
लंबी
दूरी
के
टिकट
दरअसल,
लोग
कोशिश
कर
रहे
थे
कि
वे
500
और
1000
के
नोट
से
लंबी
दूरी
की
ट्रेनों
में
एसी
के
वेटिंग
टिकट
बुक
करा
लेंगे
और
बाद
में
उन्हें
कैंसिल
कराकर
नए
नोट
हासिल
कर
लेंगे।
लोग
दिल्ली
से
हावड़ा
और
कन्याकुमारी
तक
के
फर्स्ट
क्लास
के
टिकट
वेटिंग
में
बुक
करा
रहे
हैं
और
बाद
में
कोटा
के
लिए
अप्लाई
करते
हैं।
ऐसे
चल
रहा
है
खेल
मुबई
में
कुछ
मामले
ऐसे
देखे
गए
जिसमें
लोग
दिल्ली
से
त्रिवेंद्रम
राजधानी
में
फर्स्ट
एसी
के
टिकट
बुक
कर
रहे
थे।
ऐसे
टिकट
में
6
लोगों
के
जाने
और
वापस
आने
का
कुल
अमाउंट
81000
होगा।
कुछ
लोगों
ने
अलग-अलग
गंतव्य
के
टिकट
बुक
किए।
एक
क्लर्क
ने
बताया
कि
लोग
500
से
1000
के
नोटों
का
इस्तेमाल
करके
करीब
4-5
लाख
रुपये
तक
के
टिकट
बुक
कर
रहे
हैं।
पढ़ें: नए नोट लेकर खिलखिलाए चेहरे, बैंकों और डाकघरों में लंबी लाइन
टिकट
कैंसिल
कराकर
वापस
नए
नोट
हासिल
करने
की
कोशिश
टिकट
बुकिंग
काउंटर
पर
एक
शख्स
ने
बताया
कि
उसके
रिश्तेदार
ने
रेलवे
में
मौजूद
अपने
कुछ
पहचान
के
लोगों
की
मदद
से
50000
रुपये
से
ज्यादा
के
वेटिंग
टिकट
लिए
हैं।
ये
टिकट
500
और
1000
के
नोट
देकर
बुक
किए
गए।
बाद
में
ये
टिकट
कैंसिल
करा
कर
उन्हें
कुछ
चार्जेज
के
अलावा
बाकी
का
पैसा
वापस
मिल
जाएगा।
टिकट बुकिंग में दलालों के खेल को समझते हुए वेस्टर्न रेलवे तुरंत वेटिंग टिकट पर रोक लगा दी। रेलवे ने यह फैसला इसलिए लिया है क्योंकि सरकार की ओर से दी गई सहूलियत के जरिए लोग कालेधन को सफेद करने में जुटे थे।