West Bengal Assembly Elections 2021: अमित शाह ने शरणार्थी परिवार के घर जमीन पर बैठकर किया लंच
नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक पारा चढ़ा हुआ है। बीजेपी ने आज से वहां पर परिवर्तन रैली शुरू किया है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने इस रथ यात्रा को हरी झंडी दिखाई। उसके बाद उन्होंने गंगासागर स्थित कपिल मुनि मंदिर में पूजा अर्चना की। उसके बाद दक्षिण 24 परगाना जिले में उन्होंने एक जनसभा को संबोधित किया। इसके बाद उन्होंने यहां के नारायणपुर गांव में शरणार्थी परिवार सुब्रत विश्वास के घर पहुंचे जहां उन्होंने लंच किया।
अमित शाह के साथ लंच के दौरान कैलाश विजयवर्गीय, मुकुल रॉय और बंगाल बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष मौजूद थे। सभी नेताओं ने जमीन पर बैठकर दोपहर का खाना खाया। भोजन के पश्चात शाह काकद्वीप में एक रोड शो भी करेंगे।
अमित शाह ने कहा- बंगाल में बनी सरकार तो महिलाओं को 33 फीसदी आरक्षण
दक्षिण 24 परगना जिले में अमित शाह ने एक रैली को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार राज्य में 33 फीसदी महिलाओं को आरक्षण देगी। कावद्वीप में रैली को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा, 'बीजेपी सरकार पश्चिम बंगाल में महिलाओं को 33 पर्सेंट रिजर्वेशन देगी।' अमित शाह ने ममता बनर्जी की सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि बीजेपी की जंग सोनार बांग्ला के लिए है। हमारे बूथ वर्कर्स और टीएमसी के सिंडिकेट के बीच यह जंग है। अमित शाह ने कहा कि हमरा मकसद पश्चिम बंगाल में बीजेपी की सरकार बनाना नहीं है बल्कि हमारा टारगेट है कि राज्य में बदलाव आए।
West Bengal: Union Home Minister & BJP leader Amit Shah & other party leaders including Mukul Roy, Kailash Vijayvargiya & Dilip Ghosh having lunch at the residence of a migrant family from Bangladesh, in Narayanpur village, South 24 Paraganas pic.twitter.com/KcJDhuGatf
— ANI (@ANI) February 18, 2021
यहां के गरीबों की स्थिति बेहतर हो। राज्य की महिलाओं के हालात बदल सकें। रैली को संबोधित करते हुए शाह ने कहा कि यह सत्ता परिवर्तन नहीं होगा। यह गंगासागर के लिए सम्मान होगा। क्षेत्र के मछुआरों की जिंदगी के लिए बदलाव लाने का प्रयास होगा।' सवालिया अंदाज में अमित शाह ने कहा कि क्या जब तक राज्य में ममता बनर्जी की सरकार है, तब तक कोई बदलाव आ सकता है? क्या इस तरह बंगाल प्रगति की राह पर आगे बढ़ सकता है?