Lockdown: मुंबई में मास्क पहनना हुआ अनिवार्य, बिना मास्क घर से निकले तो जाना पड़ सकता है जेल!
मुंबई। बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने बुधवार को भारत की आर्थिक राजधानी मुंबई में सभी सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया है। निगम ने घर से किसी भी कारण से बाहर निकलने के लिए मास्क पहनना अनिवार्य किया है। बीएमसी ने कहा कि घर पर बने मास्क को भी अनुमति दी जाएगी और नियम का उल्लंघन करने वालों को भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 188 के तहत दंडित किया जाएगा।
मुंबई के नगर आयुक्त प्रवीण परदेशी ने जारी एक आदेश में कहा, "घरों से बाहर निकलने वाले सभी व्यक्ति चाहे किसी भी उद्देश्य अथवा कारण से सार्वजनिक स्थान पर निकल रहे हैं, उन्हें अनिवार्य रूप से थ्री-प्लाई मास्क या कपड़े का मॉस्क पहनना होगा।
All persons moving in public places for whatever reason must wear 3-ply mask or cloth mask compulsorily: Brihanmumbai Municipal Corporation (BMC) #COVID19
— ANI (@ANI) April 8, 2020
नगर आयुक्त के मुताबिक केमिस्ट की दुकानों पर उपलब्ध स्टैंडर्ड मॉस्क का उपयोग किया जा सकता है अथवा दोबारा धोए जा सकने वाले होममेड मॉस्क का भी इस्तेमाल किया जा सकता है, जिन्हें धोने और कीटाणुरहित करने के बाद पुन: उपयोग किया जा सकता है।"
बेटी जोया और शज़ा के बाद अब निर्माता करीम मोरानी भी Covid19 पॉजिटिव पाए गए
गौरतलब है बीएमसी ने बुधवार को यह फैसला तब लिया जब महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने लोगों ने अपने घरों से बाहर जाते समय मास्क के इस्तेमाल का आग्रह किया था। इस दौरान मुख्यमंत्री ने पूर्व रक्षा स्वास्थ्य सेवा कर्मियों, सेवानिवृत्त नर्सों और वार्ड ब्वॉय से कोरोनो वायरस के खिलाफ छिड़े "युद्ध" में शामिल होने की भी अपील की थी। उन्होंने कहा, "महाराष्ट्र को आपकी जरूरत है।"
I understand that people are facing different types of issues while staying at home. People are getting bored. I am sorry about that but there is no option other than staying at home to beat #COVID19: Maharashtra Chief Minister Uddhav Thackeray pic.twitter.com/mM5CLg4gfN
— ANI (@ANI) April 8, 2020
सोशल डिस्टेंसिंग ही एकमात्र उपाय, क्योंकि एक व्यक्ति 406 लोगों में फैला सकता है कोरोना संक्रमण!
लाइव वेबकास्ट के माध्यम से राज्य संबोधन में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने लॉकडाउन के कारण नागरिकों को हुई असुविधा के लिए खेद भी व्यक्त किया था और असमर्थता व्यक्त करते हुए कहा था कि "हमारे पास घर मे रहने के अलावा कोई अन्य विकल्प नहीं है"।
ठाकरे ने महामारी के दौरान नागरिकों को सुरक्षित रहने की अपील करते हुए कहा था कि लोगों को आवश्यक वस्तुएं खरीदने के लिए घर से बाहर निकलते समय होममेड मॉस्क के इस्तेमाल की आदत डालनी चाहिए और इस आदत को तब अमल में लाना चाहिए जब स्थिति में सुधार भी होता है।
Salute to Doctors: मरीजों की जान बचाने के लिए लिए जान हथेली पर लेकर खड़े हैं डॉक्टर्स!
उन्होंने पूर्व रक्षा स्वास्थ्य सेवा कर्मियों, नर्सों और वार्ड लड़कों से आग्रह किया कि जो सेवा से सेवानिवृत्त हो चुके हैं और जो चिकित्सा सेवा में प्रशिक्षित हैं, उन्हें भी कोरोनो वायरस के खिलाफ "युद्ध" में राज्य की मदद के लिए आगे आना चाहिए। सीएम ठाकरे ने कहा कि जो लोग वायरस से लड़ने में राज्य की मदद करना चाहते हैं, उन्हें ईमेल आईडी [email protected] पर अपने संपर्क नंबर देने चाहिए।
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने अपने संबोधन में यह भी बताया था कि हर वार्ड में खांसी, जुकाम और बुखार जैसी बीमारियों के लिए अलग क्लीनिक स्थापित किए जाएंगे और संक्रमण से सुरक्षा के लिए अलग से Covid19 अस्पताल' भी बनाए जाएंगे और स्पर्शोन्मुख रोगियों, हल्के लक्षणों रोगियों और गंभीर लक्षणों वाले समेत अन्य रोगियों को अलग से उपचार दिया जाएगा।
यह भी पढ़ें-मुझे खेद है कि लोग घरों में बंद है, लेकिन COVID19 से बचाव का कोई और तरीका नहीं: उद्धव ठाकरे