इराक में भारतीयों की कीमत सिर्फ 400 डॉलर
इस बीच इराक में बंधक बनाए गए एक भारतीय के भाई ने खुलासा किया है कि उत्तर भारत के युवाओं को 400 डॉलर में इराक में दलालों को बेचा गया था। इराक में फंसे 40 भारतीयों में से पंजाब के रहने वाले कमलजीत सिंह के भाई परमजीत सिंह ने खुलासा किया है कि पंजाब के कई युवा इराक में फंसे हुए हैं। हो सकता है उन्हें बंधक बना लिया हो।
परमजीत सिंह आठ महीने पहले ही इराक से लौटे हैं। पैसे के चलते वो दोबारा जाना बी चाहते थे, लेकिन जा ना सके। इराक में फंसे कमलजीत की आखिरी बार 15 जून को अपने परिवारवालों से बात हुई थी। उसके बाद से उनसे कोई संपर्क नहीं हो पाया। जिस कंस्ट्रक्शन कंपनी में कमलजीत काम करता था उसके अधिकारियों ने फोन कर परिवारवालों को जानकारी दी कि उनके पास बंधक बनाए गए युवाओं के बारे में कोई जानकारी नहीं है।
कमलजीत के भाई ने जानकारी देते हुए बताया कि इराक जाते वक्त वो बगदाद में उतरे थे। जहां एक दलाल ने दूसरे दलाल को 400 डॉलर में बेच दिया। वो वहां सुपर मार्केट में सुबह 6 बजे से रात 2 बजे तक काम कराया जाता। बाद में वो कंस्ट्रक्शन कंपनी में शिफ्ट हो गया,जहां सुविधाएं अच्छी थी। परमजीत ने बताया कि भारतीय युवाओं को इराक ले जाने का पूरा खेल मुंबई और दिल्ली में बैठे एजेंट खेलते हैं। उसने बताया कि पंजाब में बैठे ऐजेंट इराक के ऐजेंटों से संपर्क में रहते है और डील की बात करते है। उनके मुताबिक अभी करीब 80 भारतीय इराक में फंसे हुए हैं।