भाजपा विधायक ने कहा- घटना के वक्त नशे में थे दोनों कांस्टेबल, नहीं हुआ मेडिकल टेस्ट
लखनऊ। विवेक तिवारी की हत्या के मामले में पुलिस की भूमिका पर सवाल उठ रहे हैं। वहीं, कई बीजेपी विधायकों ने भी इस मामले में पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाए हैं। बैरिया से बीजेपी विधायक सुरेंद्र सिंह ने कहा कि यूपी पुलिस विवेक की हत्या के आरोपी प्रशांत को बचाने की पूरी कोशिश कर रही है। सुरेंद्र सिंह ने कहा कि इस मामले में पुलिस के कुछ बड़े अधिकारी आरोपियों को बचाने की कोशिश कर रहे हैं।
यूपी पुलिस पर आरोपी सिपाहियों को बचाने का आरोप
अक्सर अपने बयानों के कारण योगी सरकार की मुसीबत बढ़ाने वाले बैरिया विधायक ने कहा कि यूपी पुलिस के कुछ उच्च अधिकारी आरोपी सिपाहियों को बचाने की कोशिश में जुटे हैं। उन्होंने आरोप लगाया है कि दोनों सिपाही घटना के वक्त नशे में थे। बता दें कि पहले भी कई बीजेपी विधायक पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठा चुके हैं।
दिल्ली में निर्माणाधीन बिल्डिंग की छत गिरी, एक की मौत, कई लोग मलबे में दबे
'आरोपी सिपाहियों का मेडिकल टेस्ट नहीं किया गया'
सुरेंद्र सिंह ने कहा कि आरोपी सिपाहियों का मेडिकल टेस्ट भी नहीं किया गया। साथ ही उन्होंने कहा कि घटना में शामिल दोनों सिपाहियों की भर्ती पूर्व की समाजवादी पार्टी सरकार के कार्यकाल में हुई थी। विवेक तिवारी की हत्या के मामले ने यूपी में सियासत तेज कर दी है। सपा, कांग्रेस और बसपा ने प्रदेश की कानून-व्यवस्था को लेकर योगी सरकार पर हमला बोला है।
विवेक की हत्या के मामले ने योगी सरकार की बढ़ाई मुश्किलें
इसके पहले रविवार को हरदोई की भाजपा विधायक रजनी तिवारी ने भी सीएम योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा था। भाजपा विधायक ने लिखा था कि, 28 सितंबर की रात को लखनऊ में जो घटना घटी उसने उत्तर प्रदेश पुलिस एवं प्रशासन की छवि को धूमिल करने का काम किया है। इस घटना में लखनऊ के स्थानीय प्रशासन की कार्यशैली निंदनीय है। बीजेपी विधायक ने लखनऊ के जिलाधिकारी और एसएसपी के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग भी की थी।
ये भी पढ़ें: लखनऊ गोलीकांड: विवेक की पत्नी कल्पना को नगर निगम में नौकरी देने की प्रक्रिया शुरू