विशाखापट्टनम गैस लीक: AIIMS निदेशक ने दी सावधानी बरतने की हिदायत
चेन्नई। आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में एक फैक्ट्री में आज सुबह गैस रिसाव होने से एक बड़ा हादसा हो गया। गैस लीक होने की घटना में अब तक 11 लोगों की मौत हो चुकी है। विशाखापट्टनम के आरआर वेंकटपुरम गांव में एक फैक्ट्री में गैस रिसाव की यह घटना सामने आई। इस हादसे पर राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री सहित कई नेताओं ने दुख प्रकट किया है। पीएम मोदी ने पहले आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री से बात की फिर आपात बैठक बुलाई।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रधान सचिव डॉ. पीके मिश्रा ने विशाखापट्टनम गैस लीक मामले की स्थिति को लेकर कैबिनेट सचिव, गृह सचिव, NDMA, NDRF, एम्स के निदेशक और चिकित्सा विशेषज्ञों के साथ एक उच्च-स्तरीय समीक्षा बैठक की। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने आंध्र प्रदेश सरकार व केंद्र को इस घटना पर नोटिस जारी कर दिया। हादसे पर राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने प्रेस ब्रीफिंग के दौरान बताया कि यह एक रासायनिक आपदा है, प्रतिक्रिया के लिए रासायनिक पक्ष पर, रासायनिक प्रबंधन पक्ष पर, चिकित्सा पक्ष के साथ-साथ निकासी पक्ष पर विशेषज्ञता की आवश्यकता होती है।
क्या कहा AIIMS डायरेक्टर डॉक्टर गुलेरिया ने
AIIMS के निदेशक डॉक्टर गुलेरिया ने बताया कि इस मुश्किल परिस्थिति में क्या करना चाहिए और क्या नहीं। उन्होंने कहा कि गैस के संपर्क में आये लोगों का तुरंत इलाज करना बहुत जरूरी है क्योंकि यह शरीर के कई अंगों को प्रभावित कर सकती है। उन्होंने बताया कि इस गैस के संपर्क में आने के बाद सांस लेने में दिक्कत और सिर में दर्द जैसी शुरुआती समस्याएं होंगी। अधिक मात्रा में गैस सूंघ लेने पर इंसान कोमा में भी जा सकता है। इसके संपर्क में आने वालों के आंख में जलन, उल्टी और ऐसा महसूस होगा कि वो नशे में आ गए हैं।
#WATCH LIVE: DG NDRF (National Disaster Response Force), Member of NDMA (National Disaster Management Authority) & Director AIIMS brief the media in Delhi on #VizagGasLeak. https://t.co/skRiPSmpG2
— ANI (@ANI) May 7, 2020
उन्होंने कहा कि गैस के संपर्क में आने वाले को खुजली महसूस होगा। उन्होंने बताया कि गैस के संपर्क में आने के बाद आंख को पानी से बार-बार धोएं। उन्होंने बताया कि अगर सांस लेने में समस्या हो रही है तो ऐसे में मरीजों को नेबोलाइजर दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जो लोग अस्पताल में भर्ती हैं उनकी हालत खतरे से बाहर हैं। उन्होंने कहा कि आसपास के इलाकों को खाली करवा दिया गया है और जो लोग अस्पताल में हैं उनपर बराबर नजर रखी जा रही है। डॉक्टरों की टीम डोर टू डोर जा रहे हैं ताकि ये पता कर सकें किसी को इससे कोई समस्या न हो।
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विखाखापट्टनम गैस लीक हादसे के बाद अस्पताल में भर्ती मरीजों की मदद के लिए नौसेना आगे आई है। भारतीय नौसेना ने जानकारी दी कि विशाखापट्टनम के किंग जॉर्ज अस्पताल को 5 और पोर्टेबल मल्टी-फीड ऑक्सीजन मैनिफोल्ड सेट प्रदान किए गए। नेवल डॉकयार्ड, विशाखापत्तनम से तकनीकी दल आज सुबह बड़ी संख्या में रोगियों को ऑक्सीजन प्रदान करने के लिए और सहायता करने के लिए अस्पताल में मौजूद है।