'वायरल बुखार की तरह ही है कोरोना वायरस, घबराने की जरूरत नहीं', ठीक होकर लौटे शख्स ने सुनाई आपबीती
नई दिल्ली। कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले लिया है। 37 हजार से अधिक लोगों की इस वायरस के कारण मौत हुई है। इस वायरस के कारण दुनियाभर के करीब 8 लाख लोग संक्रमित हैं। वहीं, भारत में भी 1205 लोग संक्रमित हैं और 32 लोगों की मौत हो चुकी है। लेकिन 102 लोग ऐसे भी हैं जिन्होंने कोरोना को मात दी है और पूरी तरह ठीक हो चुके हैं। बेंगलुरु के रहने वाले वेंकरा राघव ने कोरोना को मात देने के बाद अपने अनुभवों को साझा किया।
कोरोना संक्रमण से पूरी तरह उबर चुके हैं वेंकरा राघव
कोरोना संक्रमण से पूरी तरह उबर चुके वेंकरा राघव ने बताया कि वे पूरी तरह स्वस्थ हो चुके हैं। राघव कहते हैं, 'जब मैं 8 मार्च को बेंगलुरु में वापस आया, तो मुझे बुखार था, इसके बाद मैंने खुद को अलग कर लिया। उसी दिन मैं एक अस्पताल में गया जहां मेरी यात्रा की पूरी जानकारी ली गई और COVID19 का मेरा टेस्ट पॉजिटिव पाया गया था। अगले दिन, मुझे आइसोलेशन सेंटर में भर्ती कराया गया। मेरे पूरे परिवार का टेस्ट नेगेटिव था।'
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लॉस एंजिलिस जाते वक्त मैं बहुत से लोगों के संपर्क में आया- राघव
वेंकरा राघव अब पूरी तरह से ठीक हो गए हैं। वह कहते हैं, 'मैं अब पूरी तरह से बेहतर महसूस कर रहा हूं। हीथ्रो एयरपोर्ट से होकर लॉस एंजिलिस जाते वक्त मैं बहुत से लोगों के संपर्क में आया था। ऐसा हो सकता है कि उसी दौरान मैं कोरोना संक्रमण का शिकार हो गया।' वे आगे कहते हैं कि COVID19 नियमित वायरल बुखार की तरह है, इससे डरने की कोई बात नहीं है। वे कहते हैं कि आइसोलेशन सेंटर में मरीज को अपनी देखभाल खुद ही करनी पड़ती है जबकि सामान्य तौर पर दूसरे मरीजों की सेवा नर्स करती हैं।
देश में बढ़ रहे हैं कोरोना वायरस के मामले
देश में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों से डर का माहौल बना हुआ है, वहीं कई लोगों के ठीक होने से उम्मीद की किरण भी दिखाई दे रही है। फिलहाल, कोरोना वायरस का कोई इलाज नहीं ढूंढा जा सका है लेकिन वैज्ञानिक इस कोशिश में लगातार में जुटे हुए हैं। भारत में भी संक्रमण फैलने से रोकने के लिए लॉकडाउन किया गया है। इस दौरान लोगों को सोशल डिस्टेंसिग का पालन करने की बार-बार अपील की जा रही है। लोगों को अपने घरों में ही रहने को कहा जा रहा है।