बद्रीनाथ धाम के लिए 424 करोड़ के मास्टर प्लान, पीएमओ को जानकारी देगी उत्तराखंड सरकार
नई दिल्ली। उत्तराखंड सरकार ने बद्रीनाथ धाम में कई तरह के निर्माण कार्य और सौंद्रीयकरण के लिए 424 करोड़ रुपए का मास्टर प्लान तैयार किया गया है। राज्य सरकार की ओर से इस प्लान की जानकारी प्रधानमंत्री कार्यालय को दी जाएगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने नौ सितंबर को बदरीनाथ धाम के मास्टर प्लान का प्रस्तुतिकरण दिया जाएगा। मास्टर प्लान के प्रस्तुतिकरण के लिए मुख्य सचिव ओम प्रकाश और सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर मंगलवार को दिल्ली पहुंचे हैं। प्रदेश सरकार की ओर से प्रधानमंत्री कार्यालय को बदरीनाथ के मास्टर प्लान का प्रस्तुतिकरण दिया जा चुका है। प्रधानमंत्री के सलाहकार भास्कर खुल्बे ने मास्टर प्लान में कुछ संशोधन करने के निर्देश दिए थे। अब प्लान में संशोधनों को समाहित कर लिया गया है। बुधवार को प्रधानमंत्री के समक्ष प्रस्तुतिकरण होना है।
चमोली जिले की डीएम स्वाति एस भदौरिया ने बताया कि मास्टर प्लान के तहत प्रस्तावित निर्माण कार्यों के लिए सरकारी और निजी भूमि, भवन और परिसंपत्तियों का आकलन किया जा रहा है। पूरी तैयारी और के बाद जल्द ही मास्टर प्लान को लागू किया जाएगा और विकास के कार्य शुरू होंगे। बदरीनाथ धाम में तालाबों के सुंदरीकरण, स्ट्रीट स्कैपिग, क्यू मैनेजमेंट, मंदिर एवं घाट का सौंदर्यीकरण, बद्रीश वन, पार्किंग की बेहतर सुविधा, सड़क और रिवर फ्रंट डेवलपमेंट आदि निर्माण कार्य मास्टर प्लान के तहत प्रस्तावित किए गए है।
बदरीनाथ धाम में तीन चरणों में विकास से जुड़े काम होने हैं। पहले चरण में शेष नेत्र झील और बद्रीश झील का सौंदर्यीकरण किया जाएगा। यहां सुविधाओं का विस्तार किया जाएगा, ताकि ज्यादा से ज्यादा श्रद्धालु यहां पहुंच सकें। दूसरे चरण में बदरीनाथ मुख्य मंदिर और उसके आसपास के क्षेत्र का सौंदर्यीकरण किया जाएगा। यहां आवागमन की सुविधाओं को बेहतर बनाया जाएगा। योजना के अंतिम चरण में बदरीनाथ धाम से शेष नेत्र झील को जोड़ने वाले पथ का निर्माण प्रस्तावित है।