उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र रावत ने देहरादून को दी सौगात, तीन स्कूलों को बनाया गया स्मार्ट
उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र रावत ने देहरादून को दी सौगात, तीन स्कूलों को बनाया गया स्मार्ट
देहरादून। उत्तराखंड सरकार लगातार देहरादून को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए प्रयासरत है। प्रदेश सरकार देहरादून में एकीकृत कमांड एंड कंट्रो सेंटर से लैस करने के बाद अब दून के तीन सरकारी स्कूलों को स्मार्ट क्लास बनाया गया है।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और देहरादून के महापौर सुनील उनियाल गामा ने मंगलवार को स्मार्ट स्कूलों का उद्घाटन किया। जिन स्कूलों को स्मार्ट स्कूल बनाया गया उनमें जीजीआइसी राजपुर रोड, जीआइसी खुड़बुड़ा व पूर्व माध्यमिक विद्यालय खुड़बुड़ा शामिल हैं। उद्घाटन के अवसर पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कोरोना महामारी के दौरान स्कूलों की स्मार्ट क्लास की उपयोगिता अत्यधिक बढ़ चुकी है। वर्तमान समय जो कि सूचना एवं प्रोद्योगिकी का आधुनिक युग है ऐसे समय में हर शहर में स्मार्ट क्लास को महत्व दिया जाना चाहिए और इस क्षेत्र में कार्य किया जाना चाहिए।
उन्होंने खुशी जाहिर करते हुए कहा कहा कि मुझे प्रसन्नता हो रही है कि देहरादून के तीन स्कूलों से इसकी शुरुआत हो चुकी है। उन्होंने ये भी भरोसा दिलाया कि ये प्रयास आगे भी जारी रहेगा। इस उद्घाटन कार्यक्रम में मौजूद जिलाधिकारी व स्मार्ट सिटी कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) डॉ. आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि इन स्कूलों की डिजिटल लाइब्रेरी का निर्माण कराकर ई-कंटेंट को विकसित किया गया है।
इतना ही नहीं स्मार्ट क्लास में सीसीटीवी कैमरा, अग्निशमन के तमाम यंत्रों को लगाया गया है। छात्र-छात्राओं व अध्यापकों की पढ़ाई को बेहतर बनाने के लिएस स्कूल एप, सरस वेब पोर्टल, लाइब्रेरी मैनेजमेंट सॉफ्टवेयर व स्कूल मैनेजमेंट सॉफ्टवेयर भी डेवलेप किया गया है। इन स्कूलों में कक्षा 1 लेकर 12वीं तक के स्लेबस को डिजिटल प्लेटफॉर्म पर लाया गया है। वहीं इन स्मार्ट क्लास की निगरानी करने के लिए इन्हें कमांड एंड कंट्रोल सेंटर 'सदैव दून' से जोड़ा गया है। इन स्मार्ट क्लास के माध्यम से कोरोना काल में उन्हें घर बैठे पढ़ाया जा सकेगा। इस अवसर पर राजपुर क्षेत्र के विधायक खजान दास, सचिव शिक्षा आर मीनाक्षी सुंदरम, अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी जीसी गुणवंत, वित्त नियंत्रक अभिषेक कुमार आनंद, प्रेमलता बौड़ाई समेत अन्य लोग मौजूद रहे।