भाजपा की 17 चुनाव समितियों में उत्तर प्रदेश का दबदबा
नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी ने रविवार को आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए 17 चुनाव समितियों का गठन किया है। इन समितियों में 80 लोकसभा सीटों वाले उत्तर प्रदेश के नेताओं का दबदबा है। समितियों में उत्तर प्रदेश से आने वाले नेताओं को बड़ी जिम्मेदारियां मिली हैं। यूपी में भाजपा को 2014 में 71 सीटों पर जीत मिली थी।
2014 के चुनाव में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहते हुए भाजपा को भारी जीत दिलाने वाली राजनाथ सिंह को संकल्प पत्र समिति का अध्यक्ष बनाया गया है। इस समिति में सिंह के साथ यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और केंद्र में मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी भी हैं। इन समितियों में अमित शाह ने उन प्रदेशों के नेताओं को ज्यादा जिम्मेदारियां दी हैं, जहां भाजपा की अच्छी उम्मीदे हैं।
वित्तमंत्री अरुण जेटली की अध्यक्षता में प्रचार-प्रसार समिति गठिक की गई है। इस समिति में नोएडा से सांसद महेश शर्मा और राज्यसभा एमपी अनिल जैन को इसमें सदस्य बनाया गया है।
केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी को सामाजिक स्वयंसेवी संगठन संपर्क समिति का जिम्मा दिया गया है। समिति को इस पर काम करना है कि कैसे देश के अलग-अलग हिस्सों और आयु वर्ग की भागीदारी हो। गडकरी के साथ केंद्र में मंत्री शिव प्रताप शुक्ला और कलराज मिश्र को भी रखा गया है। उत्तर प्रदेश भाजपा के पूर्व अध्यक्ष लक्ष्मीकांत बाजपेयी को भी इसमें रखा गया है।
आईटी सेल प्रमुख और यूपी भाजपा के प्रवक्ता संजय राय सोशल मीडिया का काम देखेंगे। राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह को इन 17 समितियों में से कई में जगह दी गई है। मीडिया टीम में गौरव भाटिया, अनिल जैन, बिजय शंकर शास्त्री को जगह मिली है। सुधांशु त्रिवेदी, महेश शर्मा और मुख्तार नकवी को भी कई समितियों में जगह दी गई है।
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