इधर बेटे को मिला टिकट उधर पिता और कैबिनेट मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह ने कर दी इस्तीफे की पेशकश, जानिए पूरा माजरा
इधर बेटे को मिला टिकट उधर पिता और कैबिनेट मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह ने कर दी इस्तीफे की पेशकश, जानिए पूरा माजरा
नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव 2019 का दौर चल रहा है। पहले चरण के मतदान हो चुके हैं। राजनीतिक पार्टियों वोटर्स को लुभाने में लगी है। वहीं इस बीच भारतीय जनता पार्टी की मुश्किल थोड़ी बढ़ने लगी है। केंद्रीय मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह ने भाजपा की मुश्किल बढ़ा दी है। उन्होंने मंत्रीपद छोड़ने की पेशकश की है। इतना ही नहीं उन्होंने राज्यसभा से इस्तीफा देने का फैसला किया है।
चौधरी बीरेंद्र सिंह ने अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है। पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि उनका बेटा हिसार से टिकट चाहता है। भाजपा ने उनके बेटे बृजेंद्र सिंह को हिसार लोकसभा सीट से ही उम्मीदवार बनाया है।
क्यों पद छोड़ने की पेशकश
हिसार लोकसभा सीट से अपने बेटे बृजेंद्र सिंह को टिकट मिलने को लेकर चौधरी बीरेंद्र सिंह ने कहा कि मैं चुनावी राजनीति से दूर रहना चाहता हूं, लेकिन हमेशा संगठन का काम करने के लिए हमेशा तत्पर रहूंगा। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी परिवारवाद से दूर रहने की बात करती है, इसीलिए मैंने ये कदम उठाया है।उन्होंने कहा कि मेरा यही मानना था कि जब मेरे बेटे को टिकट मिलेगा तो मुझे राज्यसभा और मंत्रिपद से इस्तीफा दे देना चाहिए।
आपको बता दें कि बीरेंद्र सिंह साल 2022 तक के लिए राज्यसभा सदस्य हैं। वो पहले ही चुनाव लड़ने से मना कर चुके हैं। वो 1977, 1982, 1994, 1996 और 2005 में उचाना से विधायक बन चुके हैं। वो साल 1984 में हिसार लोकसभा क्षेत्र से ओमप्रकाश चौटाला को हराकर सांसद बने थे। साल 2014 में वो कांग्रेस से 42 साल पुराना नाता तोड़कर भाजपा में शामिल हो गए और जून 2016 में भाजपा ने उन्हें दोबारा राज्यसभा में भेज दिया।
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