'जल जीवन मिशन' के तहत ग्रामीणों को मिल रहा सिर्फ 1 रुपए में पानी का कनेक्शन: CM त्रिवेन्द्र सिंह
नई दिल्ली। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि लोगों को गुणवत्ता युक्त पेयजल मिले और पानी के उपभोग के अनुसार ही बिल भुगतान हो, इसके लिए ठोस कार्य योजना बनाई जाए। सचिवालय में आयोजित बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि मीटर लगाने के साथ ही पानी की खपत के अनुसार ही लोगों से चार्ज लिया जाए। इसके लिए एक सरल और स्पष्ट नीति बनाई जाए, साथ ही इस बात का भी ध्यान रखा जाए कि मानकों का निर्धारण करना जरूरी है।
एक
रूपए
में
पानी
का
कनेक्शन
मुख्यमंत्री
ने
कहा
कि
जल
जीवन
मिशन
के
तहत
राज्य
सरकार
द्वारा
ग्रामीण
क्षेत्रों
में
मात्र
एक
रूपए
में
पानी
का
कनेक्शन
दिया
जा
रहा
है।
इस
योजना
के
तहत
उत्तराखण्ड
के
सभी
ग्रामीण
परिवारों
को
पीने
का
स्वच्छ
पानी
नल
द्वारा
पहुंचाया
जायेगा।
जल
संस्थान,
स्वजल
एवं
पेयजल
निगम
को
इसके
लिए
कार्यदायी
एजेंसी
बनाया
गया
है।
मुख्यमंत्री
ने
कहा
कि
ईज
आफ
डूईंग
बिजनेस
की
रैंकिंग
में
सुधार
के
लिए
विभिन्न
क्षेत्रों
में
सुधार
की
प्रक्रिया
में
और
तेजी
लाने
के
निर्देश
दिए
हैं।
निर्धारित
रिफार्म
एक्शन
प्लान
के
अनुरूप
कार्य
किए
जाएं।
उत्तराखण्ड
राज्य,
राष्ट्रीय
स्तर
पर
उपलब्धि
प्राप्त
करने
वाले
राज्यों
की
श्रेणी
में
सम्मिलित
हो
इसके
लिये
प्रभावी
प्रयास
किये
जाएं।
ईज
आफ
डूईंग
बिजनेस
की
रैंकिंग
में
सुधार
मुख्यमंत्री
ने
कहा
कि
ईज
आफ
डूईंग
बिजनेस
में
हालांकि
उत्तराखण्ड
वर्ष
2015
में
23
वें
स्थान
से
अब
11
वें
स्थान
पर
आ
गया
है।
परंतु
इसमें
और
सुधार
के
लिए
पूरी
गम्भीरता
से
प्रयास
किए
जाएं।
कोविड-19
के
दृष्टिगत
तमाम
सावधानियां
भी
रखनी
हैं।
साथ
ही
औद्योगिक
इकाईयों
को
प्रोत्साहित
भी
करना
है।
राज्य
के
उद्यमी,
आत्मनिर्भर
भारत
पैकेज
में
एमएसएमई
क्षेत्र
के
लिए
किए
गए
प्रावधानों
का
लाभ
उठा
सकें,
इसके
लिए
उनका
हरसम्भव
सहयोग
किया
जाए।
वोकल
फोर
लोकल
के
तहत
स्थानीय
उत्पादों
को
बढ़ावा
दिया
जाए।
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अनलॉक
की
नई
परिस्थितियों
के
अनुरूप
हो
काम
मुख्यमंत्री
ने
कहा
कि
यह
सुनिश्चित
किया
जाए
कि
निवेशकों
को
अनावश्यक
परेशान
न
होना
पड़े।
प्राप्त
निवेश
प्रस्तावों
का
समयबद्धता
के
साथ
निस्तारण
हो।
कोविड-19
के
कारण
केंद्र
व
सभी
राज्य
सरकारों
की
वित्तीय
स्थिति
पर
विपरीत
प्रभाव
पड़ा
है।
अब
अनलॉक
में
काफी
कुछ
गतिविधियां
खोल
दी
गई
हैं।
राज्य
की
वित्तीय
स्थिति
को
सुधारने
के
लिए
अनलॉक
की
नई
परिस्थितियों
के
अनुरूप
कार्ययोजना
बनाकर
काम
किया
जाए।
अनावश्यक
व्यय
को
कम
किया
जाए
परंतु
विकास
योजनाओं
पर
इसका
प्रभाव
नहीं
पड़ना
चाहिए
डीबीटी
सिस्टम
की
ओर
ध्यान
देने
की
आवश्यकता
मुख्यमंत्री
ने
कहा
कि
खाद्य
एवं
नागरिक
आपूर्ति
सहित
विभिन्न
जन
कल्याण
योजनाओं
के
लिए
डायरेक्ट
बेनिफिट
ट्रांसफर
(डीबीटी)
सिस्टम
की
ओर
अधिक
ध्यान
दिया
जाय।
सरकार
की
जन
कल्याणकारी
योजनाओं
का
लाभ
सभी
पात्र
लोगों
को
मिले,
इसके
लिए
सभी
लाभार्थियों
का
आधार
सीडिंग
हो।
बैठक
में
अपर
मुख्य
सचिव
मनीषा
पंवार,
सचिव
नितेश
झा,
शैलेष
बगोली,
सौजन्या,
अपर
सचिव
नीरज
खैरवाल,
नगर
आयुक्त
देहरादून
विनय
शंकर
पाण्डे
आदि
उपस्थित
थे।