ALERT ! अब हर 10 साल में आधार बायोमेट्रिक अपडेट जरूरी !
आधार कार्ड में बायोमेट्रिक डेटा हर 10 साल में अपडेट कराना होगा। एक रिपोर्ट में ये बात सामने आई है। uidai Aadhaar biometrics data update every 10 years
नई दिल्ली, 17 सितंबर : आधार कार्ड में बायोमेट्रिक डेटा हर 10 साल में अपडेट कराना होगा। खबरों के मुताबिक UIDAI के अधिकारियों ने कहा है कि सरकार लोगों को अपना चेहरा और फिंगरप्रिंट स्कैन अपडेट कराने के लिए प्रेरित करेगी। 70 वर्ष से अधिक आयु के आधार कार्ड धारक को कथित तौर पर इस नियम से छूट दी जाएगी।
आधार कार्ड डेटा को अपडेट
भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) ने यूजर्स के आधार कार्ड डेटा को अपडेट करने पर बड़ा फैसला लिया है। यूआईडीएआई ने कहा है कि वह लोगों को आधार कार्ड पर अपने बायोमेट्रिक डेटा को स्वेच्छा से अपडेट करने के लिए प्रोत्साहित करेगा।
70 वर्ष से अधिक उम्र में छूट !
हिंदुस्तान टाइम्स से जुड़ी लाइव हिंदुस्तान की रिपोर्ट के मुताबिक, यूआईडीएआई ने यूजर्स से हर 10 साल बाद अपना बायोमेट्रिक विवरण अपडेट करने को कहा है। यूआईडीएआई के अनुसार, वर्तमान में वह लोगों को स्वेच्छा से अपना चेहरा और फिंगरप्रिंट स्कैन यानी आधार कार्ड का बायोमेट्रिक डेटा अपडेट करने के लिए प्रेरित करेगी। 70 वर्ष से अधिक आयु के आधार कार्ड धारक को कथित तौर पर इस नियम से छूट दी जाएगी।
पांच से 15 वर्ष की आयु में आधार
बता दें कि वर्तमान में, पांच से 15 वर्ष की आयु के बच्चों को अनिवार्य रूप से अपना बायोमेट्रिक डेटा अपडेट करना होता है। पांच साल से कम उम्र के बच्चों को उनकी तस्वीर और उनके माता-पिता या अभिभावकों के बायोमेट्रिक वेरिफाई करने के आधार पर आधार पर पंजीकृत किया जाता है।
नवजात का आधार कार्ड पांच साल वैध
बच्चों के आधार कार्ड के लिए रजिस्ट्रेशन के समय संबंध प्रमाणित करने वाले दस्तावेज (जन्म प्रमाण पत्र) मांगा जाता है। बाल आधार को सामान्य आधार से अलग करने के लिए कार्ड नीले रंग में जारी किया जाता है। इस पर लिखा होता है कि ये आधार कार्ड बच्चे के 5 वर्ष की आयु तक ही वैध रहेगा।
पांच साल पूरा होने पर MBU अनिवार्य
5 वर्ष की आयु पूरी होने पर आधार कार्ड धारक बच्चे को अनिवार्य बायोमेट्रिक अपडेट (Mandatory Biometric Update or MBU) की प्रक्रिया पूरी करनी होती है। आधार सेवा केंद्र में बायोमेट्रिक्स दर्ज कराना आवश्यक होता है।
कितने बच्चों के पास है बाल आधार कार्ड
गौरतलब है कि विगत अगस्त में सरकार ने कहा था कि UIDAI ने चालू वित्त वर्ष (2022-23) के पहले चार महीनों (अप्रैल-जुलाई) के दौरान 0-5 आयु वर्ग के 79 लाख से अधिक बच्चों के आधार कार्ड बनाए गए। सरकार के अनुसार, 31 मार्च तक 0 से पांच साल के 2.64 करोड़ बच्चों के पास बाल आधार कार्ज थे, जुलाई के अंत तक यह संख्या बढ़कर 3.43 करोड़ हो गई।