और बढ़ी भाजपा-शिवसेना में तकरार, अब उद्धव ने पीएम मोदी के इस फैंसले पर उठाए सवाल
महाराष्ट्र। महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के नतीजों के बाद बीजेपी और शिवसेना के बीच लगातार तकरार जारी है। दोनों ही दलों के बीच वाकयुद्ध लगातार तेजी पकड़ता जा रहा है। इसी बीच शिवसेना प्रमुख ने मोदी सरकार के एक फैसले का खुलकर विरोध किया है। उद्धव ठाकरे ने कहा कि, भारत के RCEP पर हस्ताक्षर करने से छोटे व्यवसाय इससे प्रभावित होंगे। उन्होंने इस समझौते को सर्वजनिक करने की मांग की है।
रविवार को मीडिया से बात करते शिवसेना चीफ उद्धव ठाकरे ने कहा कि, भारत कल RCEP पर हस्ताक्षर करने वाला है। छोटे व्यवसाय इससे प्रभावित होंगे। यह जरूरी है कि इस संधि पर हस्ताक्षर करने के लिए स्वीकृत शर्तों को सार्वजनिक किया जाए। जब शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे से सवाल किया गया तो उन्होंने सीधे तौर पर तो कुछ नहीं कहा लेकिन इशारों-इशारों में वो काफी कुछ कह गए।
उद्धव ठाकरे ने कहा कि आने वाले दिनों में आपको इसके बारे में जानकारी मिल जाएगी, मालूम हो कि इससे पहले भी उन्होंने मीडिया में बयान दिया था कि हमारी संख्या बल अच्छी है और सीएम पद पर हमारा हक है, ये हमारी ज़िद भी है, सीएम का पद हमेशा एक के लिए कायम नहीं रहता है, बाला साहेब ठाकरे ने जिसे जो वचन दिया उसने उसका पालन किया, हम सत्ता के भूखे नहीं हैं, लेकिन बीजेपी से जो बात हुई उसका पालन होना चाहिए।
वहीं एनसीपी नेता अजीत पवार ने कहा कि एनसीपी नेता अजीत पवार ने कहा कि उन्हें अब से थोड़ी देर पहले संजय राउत का मैसेज मिला है लेकिन वो उसका जवाब नहीं दे पाए क्योंकि वो मीटिंग में थे, यह पहली बार है कि चुनाव के बाद उन्होंने मुझे मैसेज किया है, मैं नहीं जानता कि उन्होंने ऐसा क्यों किया है लेकिन मैं उन्हें समय मिलते ही फोन करूंगा, मीडिया के सामने मैसेज को दिखाते हुए अजित पवार ने कहा कि संजय राउत ने 'जय महाराष्ट्र' का मैसेज भेजा है। फिलहाल अजीत पवार के इस बयान पर कयासों का दौर गर्म हो गया है।
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