अपनी स्कूल टीचर के एक संदेश पर मदद को एक साथ आए उद्धव और राज ठाकरे
मुंबई, 28 मई: महाराष्ट्र की राजनीति में कई दशकों से ठाकरे परिवार का वर्चस्व रहा है। वहीं अब ठाकरे परिवार के चचेरे भाईयों ने अपने राजनीतिक मतभेद भुलाते हुए एक नेक काम के लिए हाथ मिलाया है। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे और मनसे प्रमुख राज ठाकरे अपनी स्कूल टीचर के एक संदेश पर एक वृद्धाआश्रम को मदद करने के लिए एक साथ आए है।
उद्धव और राज ठाकरे ने इस नेक काम के लिए मिलाया हाथ
दरअसल, सेवानिवृत्त स्कूल शिक्षक सुमन रणदीव ने एसओएस कॉल भेजा था और चक्रवात प्रभावित वसई वृद्धाश्रम की मदद के लिए। जिसके बाद शिवसेना अपने वादे पर खरी उतरी, चक्रवात प्रभावित वृद्धाश्रम में लगातार सामान पहुंचा रही है, वहीं राज ठाकरे की मनसे ने बुजुर्गों को वातानुकूलित सभागार बनवाने के लिए साधनों की व्यवस्था कर रहा है।
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चचेरे ठाकरे भाईयों ने मिलकर की मदद
उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे ने इस वृद्धाआश्रम की मदद के लिए हाथ मिलाया और अपने स्कूल के शिक्षक का आशीर्वाद प्राप्त किया। मिड-डे ने न्यू लाइफ फाउंडेशन में चक्रवात में हुई तबाही को दिखाया था। जो पिछले सप्ताह चक्रवात तौकते से नष्ट हो गया था। गुरुवार की सुबह न्यू लाइफ फाउंडेशन में ईंटों, सीमेंट, टीन की चादरें, गद्दे, मच्छरदानी, चादरें, तकिए, लोहे के एंगल और राशन और प्राथमिक चिकित्सा किट सहित राहत सामग्री से लदे ट्रक पहुंचे। सेवानिवृत्त स्कूल शिक्षक सुमन रणदीव ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और मनसे प्रमुख राज ठाकरे को धन्यवाद दिया।
वयोवृद्ध शिक्षिका ने फोन कर उद्धव-राज को दिया धन्यवाद
वयोवृद्ध शिक्षिका ने बताया "उद्धव और राज ने मुझे फोन किया। मुझे बहुत अच्छा लगा। उन्होंने मदद करने का वादा किया था और उन्होंने इस वृद्धाश्रम को सुधारने के लिए राहत सामग्री के ट्रक भेजे, जहां मैं रह रही हूं। उन्होंने मुझसे वादा किया है कि वे जल्द ही मुझसे यहां मिलने आएंगे। भगवान उन्हें आशीर्वाद दें, "धन्यवाद, बेटा, उद्धव और राज!"
व्हीलचेयर देने की भी योजना बना रहे हैं
वृद्धाश्रम के मालिक, राजेश मोरो आश्रम की छत को कंक्रीट करना चाहते हैं, इसलिए उन्हें उद्धव ठाकरे द्वारा पर्याप्त कच्चा माल भेजा गया है। श्रम लागत के लिए मोरो को एक चेक भी सौंपा गया है। शिवसेना ने बताया कि हम उन्हें कुछ व्हीलचेयर देने की भी योजना बना रहे हैं क्योंकि वहां अधिकांश वहां रह रहे बुजुर्ग ठीक से खड़े नहीं हो पा रहे हैं, जबकि अन्य को वॉकर की मदद की जरूरत है।
राज ठाकरे बुजुर्गो तैयार करवाएंगे एयर कंडीशनिंग सुविधाआश्रय
पालघर और ठाणे जिलाध्यक्ष मनसे के अविनाश जाधव ने कहा, "हमने सभी 29 बुजुर्ग को एयर कंडीशनिंग सुविधा के साथ सुरक्षित आश्रय में स्थानांतरित करने का फैसला किया है ताकि मरम्मत कार्य में तेजी लाई जा सके।" हम वृद्धजनों के लिए जगह तय करने के लिए सरकारी निकायों के संपर्क में हैं। हम उनके लिए पौष्टिक भोजन की भी व्यवस्था करेंगे।" जाधव ने कहा "रणदीव मैम ने हमारे राजनीतिक गुरु [राज] को पढ़ाया है। इसलिए, यह कम से कम हम उसे 'गुरु दक्षिणा' के बदले में दे सकते हैं।
2004 में राज ठाकरे ने शिवसेना को छोड़ दिया था
बता दें महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना प्रमुख राज ठाकरे अपनी कट्टर छवि वाले नेता के रूप में मशहूर हैं। सालों बाद भी एमएनएस चीफ राज ठाकरे में बालासाहेब ठाकरे की छवि दिखती है। जब बालासाहेब ठाकरे ने वर्ष 2004 में पुत्र उद्धव ठाकरे को अपना उत्तराधिकारी घोषित किया तो एक वर्ष के भीतर ही राज ठाकरे ने शिवसेना को छोड़ दिया था। राज ठाकरे ने शिवसेना छोड़ने के एक वर्ष बाद ही 2006 में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना नामक पार्टी के गठन की घोषणा कर दी। राज ठाकरे के शिवसेना से अलग होने के बाद शिवसेना दो धड़े में बंट गई और तब बालासाहेब ठाकरे की नीति, राजनीति और विचारधारा को मानने वाले ज्यादातर शिवसैनिक राज ठाकरे के साथ चले गए।