आज सुप्रीम कोर्ट में होगी इन 8 मामलों की सुनवाई, आधार पर आ सकता है फैसला
नई दिल्लीः आज यानि बुधवार को सुप्रीम कोर्ट में कई मुद्दों पर सुनवाई होनी है, लेकिन आज आठ मामले ज्यादा संवेदनशील हैं। सुप्रीम कोर्ट के पांच जजों की संविधान पीठ आज आधार, दागी नेताओं के चुनाव लड़ने, समलैंगिकता और सबरीमला मंदिर में महिलाओं के प्रवेश जैसे मुद्दों पर सुनवाई करेगी। बता दें, इन मुद्दों पर संविधान में ज्यादा कुछ नहीं लिखा है। एक वरिष्ठ वकील के मुताबिक इन आठ मुद्दों पर हमारा संविधान मौन है।
पांच जजों की बैंच करेगी सुनवाई
चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा अगुवाई में बनी पांच जजों की बैंच इन संवेदनशील मुद्दों की सुनवाई करेगी। चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा के अलावा जस्टिस एमएन खानविलकर, जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस अशोक भूषण और जस्टिस एके सीकरी शामिल हैं।
आधार मामले पर होगी सुनवाई
आधार की निजता को लेकर सुप्रीम कोर्ट में आज सुनवाई होनी है, इस मामले में हाई कोर्ट के रिटायर जस्टिस के पुट्टस्वामी याचिकाकर्ता हैं। आज इस बात पर सुनवाई होनी है कि क्या आधार में दी गई जानकारी किसी के निजता के अधिकार का उल्लंघन है या नहीं। वहीं इस बात की भी सुनवाई होगी कि अगर कोई कंपनी या कोई और आधार डाटा लीक करती है तो उसका सजा का क्या प्रावधान होगा?
चार्जशीटेड नेताओं को चुनाव लड़ने का अधिकार है या नहीं?
आधार की सुनवाई के अलावा चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा अगुवाई वाली पांच जजों की बैंच का इस बात पर भी फैसला करना है कि चार्जशीटेड नेताओं को चुनाव लड़ने का अधिकार है या नहीं। हो सका है कि आज दागी नेताओं के भविष्य पर फैसला हो जाए।
धारा 377 पर भी होगी सुनवाई
कई दिनों से चल रहे धारा 377 पर सुप्रीम कोर्ट की ओर हर कोई देख रहा है। आज बैंच को समलैंगिकता को अपराध की श्रेणी में लाने की समीक्षा करनी है। इसकी मुख्य वजह है आईपीसी की धारी का दो वयस्क समलैंगिकों के बीच शारीरिक संबंध को अपराध मानना, वहीं कई लोग इसे खत्म करने मांग कर रहे हैं।
महिलाओं के मंदिर में प्रवेश करने को लेकर भी सुनवाई होनी है
महिलाओं के मंदिर में प्रवेश करने को लेकर भी सुनवाई होनी है। केरल के मशहूर सबरीमला मंदिर में 10 से 50 साल के बीच की बच्चियों और महिलाओं के प्रवेश पर पाबंदी हटाने को लेकर सुनवाई होगी। याचिकार्ता इसे भेदभाव बता रहे हैं तो वहीं इसके समर्थक सदियों पुरानी परंपरा की दुहाई दे रहे हैं। इस सब मामलों के अलावा सुप्रीम कोर्ट में आज पारसी महिला के अधिकार, लॉयल्टी में महिला भी दोषी या नहीं? उपभोक्ता और बिक्री कर के मामले की भी सुनवाई करनी है।
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