बिलकिस बानों के दोषियों की रिहाई पर बरसीं TMC सांसद मिमी और नुसरत, पीएम मोदी से पूछा सवाल
कोलकाता, 19 अगस्त। टीएमसी सांसद मिमी चक्रवर्ती और नुसरत जहां ने बिलकिस बानो रेप केस के 11 दोषियों की रिहाई को लेकर गुजरात सरकार पर तीखा हमला बोला है। जिस तरह से गुजरात सरकार ने रेप के दोषियों को रिहा करने का फैसला लिया, सरकार के इस फैसले के बाद से ही इसकी आलोचना हो रही है। सरकार के इस फैसले की आलोचना करते हुए टीएमसी सांसदों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 15 अगस्त के भाषण पर निशाना साधा है। टीएमसी सांसद ने कहा कि बतौर महिला इस फैसले से मैं बहुत ज्यादा नाराज और टूटी हुई हूं।
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नुसरत जहां ने कहा कि महिलाएं अभी भी इंतजार कर रही हैं कि नाइंसाफी का अंत हो। वहीं मिमी चक्रवर्ती ने ट्वीट करके कहा कि 11 व्यक्ति जिन्हें गैंगरेप का दोषी करार दिया गया था, उन्हें किस आधार पर रिहा किया गया। फिर वो 15 अगस्त का भाषण क्या था। आपने महिलाओं के सम्मान को लेकर बात कही थी ना। आज एक महिला फिर से बोल रही है, मैं काफी नाराज और टूटी हुई हूं।
वहीं नुसरत जहां ने कहा कि न्याय सत्यनिष्ठा और सच्चाई का प्रतिनिधित्व करता है। सच्चाई यह है कि सामूहिक बलात्कार और हत्या के दोषी 11 लोगों की रिहाई की गई और इसके बाद उन्हें मिठाई खिलाई गई। धीमी गति में तालियां बजनी चाहिए। नुसरत ने कहा कि अन्याय के खत्म होने का इंतजार कर रहे हैं, मैं इंतजार कर रही हूं, वो इंतजार कर रही है बिलकिस बानो।
बता दें कि 15 अगस्त को गुजरात सरकार बिलकिस बानो के गैंगरेप के दोषी 11 लोगों को रिहा करने का फैसला लिया। सरकार ने यह फैसला क्षमा नीति के तहत लिया है। इस फैसले के बाद दुनियाभर में इसकी आलोचना हुई। अलग-अलग दलों ने इसकी आलोचना की और इस फैसले को वापस लेने की बात कही। वहीं बिलकिस बानों ने भी बयान जारी करके कहा इस फैसले से न्याय को लेकर उनका भरोसा हिल गया है। दो दिन पहले 15 अगस्त को 20 साल पहले का भयावह मंजर मेरे सामने फिर से सामने आ गया।
गौर करने वाली बात है कि 11 दोषियों के रिहा होने के बाद बुधवार को उन्हें माला पहनाकर उनका स्वागत किया गया है। विश्व हिंदू परिषद ने इन दोषियों को माला पहनाई। भाजपा विधायक सीके रौल्जी जोकि गुजरात सरकार द्वारा गठित कमेटी के सदस्य थे, जिसने इन दोषियों को रिहा करने का फैसला लिया, उन्होंने कहा कि कुछ दोषी ब्राह्मण हैं, उनके मूल्य दर्शाते हैं कि सरकार ने यह फैसला क्यों लिया। उन्होंने कहा कि हो सकता है कि उन्हें फंसाया गया हो, लेकिन मैं इसपर कुछ नहीं कहना चाहता हूं, लेकिन जेल में उनके व्यवहार को देखते हुए रिहा करने का फैसला लिया गया।