'अमिताभ बच्चन बंगाल के जमाई हैं...', BIG B के 'स्वतंत्रता' वाले बयानों पर भिड़ें महुआ और अमित मालवीय
कोलकाता इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल सुपरस्टार अमिताभ बच्चन की टिप्पणियों पर विवाद खड़ा हो गया है, जिसपर अब भाजपा और टीएमसी के नेता आपस में भिड़ गए हैं।
बॉलीवुड अभिनेता अमिताभ बच्चन ने हाल ही कोलकाता फिल्म फेस्टिवल में नागरिकों की स्वतंत्रता और अभिव्यक्ति की आजादी पर बयान दिया, जिसको लेकर सोशल मीडिया पर अब विवाद हो रहा है। अमिताभ बच्चन ने कोलकाता इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल के उद्घाटन समारोह में सांप्रदायिकता से लेकर सामाजिक एकता, ब्रिटिश सेंसरशिप, उत्पीड़न के खिलाफ आजादी से पहले की फिल्मों पर बात की। अमिताब बच्चन के इस बयान पर अब तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा और भाजपा नेता अमित मालवीय ट्विटर पर भिड़ गए हैं। अमिल मालवीय ने कहा कि ममता बनर्जी ने बंगाल के बेटे सुपरस्टार मिथुन चक्रवर्ती को इस फिल्म फेस्टिवल में नहीं बुलाया है। इस बात पर पलटवार करते हुए महुआ मोइत्रा ने कहा है कि अमिताभ बच्चन बंगाल के जमाई हैं।
मिथुन चक्रवर्ती को ना बुलाने पर भी उठाया सवाल
अमित मालवीय ने ट्वीट किया, ''ममता बनर्जी ने बंगाल के बेटे सुपरस्टार मिथुन चक्रवर्ती को कोलकाता फिल्म फेस्टिवल के लिए आमंत्रित नहीं किया। उन्होंने (ममता बनर्जी) शाहरुख को बंगाल का ब्रांड एंबेसडर बना दिया है, उन्होंने सौरव गांगुली को भी इसके लिए सही नहीं समझा, जो कि बंगाल के सबसे बेहतरीन क्रिकेटरों में से एक हैं। वह (ममता बनर्जी) हमेशा सफल बंगालियों को नीचा दिखाती है...।''
'बच्चन जी बंगाल के जमाई हैं....'
टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने ट्वीट किया ''बीजेपी आईक्यू सिंगल डिजिट वाले ट्रोल इन चीफ को हायर करती। बच्चन जी बंगाल के जमाई हैं, वे जानते हैं कि उनके दूसरे घर की मिट्टी आजादी और बहादुरों की भूमि है। उन्होंने भाजपा का बहिष्कार और प्रतिबंध की निंदा करने के लिए KIFF का मंच चुना।''
अमित मालवीय ने फिर किया पलटवार
अमित मालवीय ने फिर एक ट्वीट करते हुए लिखा, ''अमिताभ बच्चन की कही हुई बातें अधिक उपयुक्त नहीं हो सकते थे क्योंकि वे कोलकाता में ममता बनर्जी के मंच पर बोले गए थे। यह उस अत्याचारी को आईना दिखाने जैसा है जिसके नेतृत्व में भारत ने चुनाव के बाद सबसे खूनी हिंसा देखी है। ममता बनर्जी बंगाल की छवि खराब कर रही है।''
नुसरत जहां ने भी अमित मालवीय पर कसा तंज
टीएमसी सांसद और अभिनेत्री नुसरत जहां ने अमित मालवीय पर पलटवार करते हुए लिखा, ''एक दुराचारी शासन में फिल्मों पर प्रतिबंध लगाना, पत्रकारों को हिरासत में लेना और आम लोगों को सच बोलने के लिए सजा देना....कैपिंग फ्रीडम ऑफ स्पीच एंड एक्सप्रेशन का मतलब बस इतना ही था। यह सब भाजपा शासन के तहत हो रहा है और अमित मालवीय दूसरों पर आरोप लगाने में बिजी हैं।''