पैरों से कुचलों जम्मू-कश्मीर से लेकर मणिपुर के देशद्रोहियों को
नई दिल्ली(विवेक शुक्ला) अब सरकार को जागना होगा। सरकार को जम्मू-कश्मीर से लेकर मणिपुर में देश विरोधी गतिविधियों में लिप्त ताकतों को कुचलना होगा। अब जांच करने से बात नहीं बनेगी। अब एक्शन का वक्त आ चुका है।
खालिस्तान जिंदाबाद के नारे
जम्मू-कश्मीर में हालातों से सब वाकिफ हैं। श्रीनगर में पाकिस्तानी झंडा फहराया जाता है तो जम्मू और पंजाब में भी अब खालिस्तान जिन्दाबाद-भिंडरवाले जिन्दाबाद के नारे लग रहे हैं। पूरा उत्तर भारत तो सांप्रदायिक वातावरण की चपेट में है ही और इसी ज्वालामुखी पर बैठा विस्फोट का इंतज़ार कर रहा है तो चिंता होती है।
बढ़ती कटुता
देश में दिन प्रतिदिन विष फैल रहा है आपसी कटुता बढ़ रही है और देश के ही प्रति प्रेम और देशभक्ति अब निजी या किसी संगठन के उद्देश्यों की वेदी पर बलि चढ़ रही है।
शहीद होते जवान
कोई माने या ना माने सच यह है कि आपस का विश्वास टूट रहा है। मणिपुर में सेना के 20 जवानों को घात लगाकर मारा गया। इससे देश को सबक लेना होगा। ये कोई मामूली घटना नहीं है। वरिष्ठ चिंतक मोहम्मद जाहिद कहते हैं कि यहाँ शेर के भेष में भेड़िये हैं जो घात लगाकर अपने और अपने संगठन के उद्देश्यों को पूरा करने में जुटे हैं चाहे देश जाए भाड़ में।
बंद करो तर्क-वितर्क
कुछ लोग मणिपुर में मारे गए 20 जवानों के प्रति श्रद्धांजलि भी ना दे सके शोक भी व्यक्त ना कर सके निंदा भी ना कर सके और पूरा समय हत्यारों के पक्ष में और बचाव में तर्क वितर्क करते रहे तो देश की स्थिति का अंदाजा लगाया जा सकता है। सवाल यही है कि बिखर रहे देशप्रेम को समेटने अब कौन आएगा जो सारी कटुता दूर करके देश और देशवासियों को एक कर दे आपस में प्रेम भर दे। हमारी ईद उनकी कर दे उनकी दिपावली हमारी कर दे।
पीएम से उम्मीद
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से देश उम्मीद कर रहा है कि वे सख्ती से उन ताकतों को कुचल देंगे जो देश विरोधी हैं। उन्हें अब सख्त निर्देश देने होंगे। उन्हें हालात काबू से बाहर जाने से पहले कदम उठाने होंगे।