AAP की इन 8 महिला विधायकों ने लहराया परचम, लेकिन कैबिनेट में एक को भी नहीं मिली जगह
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नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव में बड़ी जीत दर्ज करने वाले आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने रविवार को तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ग्रहण की। उनके अलावा 6 अन्य मंत्रियों ने दिल्ली के रामलीला मैदान में मंत्री पद की शपथ ग्रहण की। हैरानी की बात यह रही कि दिल्ली चुनाव में महिलाओं की समस्या पर चुनाव लड़ने वाले केजरीवाल की सरकार में किसी भी महिला विधायक को मंत्री नहीं बनाया गया है। मंत्री मंडल के लिए सीएम केजरीवाल ने अपने पूराने साथियों पर ही भरोसा जताया है।
गौरतलब है कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी की आठ महिला उम्मीदवारों ने बड़ी जीत हासिल की है। जिसमें आतिशी, राखी बिड़लान, राज कुमारी ढिल्लन, प्रीति तोमर, धनवती चंदेल, प्रमिला टोकस, भावना गौर और बंदना कुमारी शामिल हैं। खास बात यह है कि केजरीवाल के चुनाव अभियान में महिलाओं को तवज्जों दी गई थी, जैसे कि मुफ्त बस की सवारी और सुरक्षा। इस बार के विधानसभा चुनाव में आप ने कुल नौ महिला उम्मीदवारों को मैदान में उतारा था जिसमें से सिर्फ सरिता सिंह को रोहतास नगर की सीट से हार मिली। साल 2015 के चुनाव में आप ने 6 महिला प्रत्याशियों को खड़ा किया था और सभी ने जीत दर्ज की थी।
इन
मंत्रियों
ने
ली
शपथ
आतिशी
मार्लेना
जिन्होंने
कालकाजी
विधानसभा
सीट
से
जीत
दर्ज
की
है
वह
डिप्टी
सीएम
मनीष
सिसोदिया
की
शिक्षा
मंत्रालय
में
सलाहकार
भी
रह
चुकी
हैं।
केजरीवाल
सरकार
की
कैबिनेट
में
उन्हें
भी
जगह
नहीं
दी
गई
है।
बता
दें
कि
अरविंद
केजरीवाल
के
साथ
मनीष
सिसोदिया,
सतेंद्र
जैन,
गोपाल
राय,
कैलाश
गहलोत,
इमरान
हुसैन
और
राजेंद्र
पाल
गौतम
ने
मंत्री
पद
की
शपथ
ली।
आपको
बता
दें
कि
सत्येन्द्र
जैन
पिछली
सरकार
में
स्वास्थ्य
मंत्री
थे।
पिछली
सरकार
के
दौरान
स्वास्थ्य
के
क्षेत्र
में
मोहल्ला
क्लीनिक
काफी
चर्चा
में
रहा
था।
इसके
बाद
गोपाल
राय,
कैलाश
गहलोत,
इमरान
हुसैन
ने
मंत्री
पद
की
शपथ
ली।
उसके
बाद
राजेन्द्र
पाल
गौतम
ने
मंत्री
पद
की
शपथ
ली।
उनके
पास
जल
संसाधन
मंत्रालय
की
जिम्मेदारी
थी।
इमरान
हुसैन
के
पास
खाद्य
मंत्रालय
की
पिछली
सरकार
के
दौरान
जिम्मेदारी
थी।
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