अयोध्या विवाद में मध्यस्थता के फैसले पर आया भाजपा का पहला बयान
लखनऊ। सुप्रीम कोर्ट ने दशकों से चले आ रहे अयोध्या विवाद का हल मध्यस्थता से निकालने का फैसले सुनाया है। ऐसे में उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि मामले पर पहले भी कभी बातचीत से कोई सफलता नहीं मिली है। हालांकि कोर्ट के फैसले के बाद AIMPLB के सदस्य जफरयाब जिलानी ने मध्यस्थता में सहयोग करने की बात कही है।

केशव प्रसाद मौर्या ने इसको लेकर अपने बयान में कहा कि- 'मैं सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर सवाल नहीं उठाऊंगा। पहले भी इस मुद्दे में किसी समाधान पर पहुंचने का प्रयास किया गया, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली। भगवान श्रीराम का कोई भी भक्त या फिर संत अब राम मंदिर के निर्माण में देरी नहीं चाहता है।'
KP Maurya,Dy CM on SC refers Ram Janmabhoomi-Babri Masjid land dispute case for court appointed&monitored mediation:Won't question SC order. In the past,efforts made to arrive at a solution,but with no success. No LordRam devotee or saint wants delay in construction of Ram Mandir pic.twitter.com/aNUy1eqdj1
— ANI UP (@ANINewsUP) March 8, 2019
जबकि ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सदस्य और बाबरी मस्जिद एक्शम कमिटी के कन्वेनर जफरयाब जिलानी ने सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले पर कहा कि- हम तो पहले से कह रहे हैं कि मामले में मध्यस्थता पर हमारा सहयोग रहेगा। आगे हमको जो कुछ भी कहना है वह हम मध्यस्थता पैनल से कहेंगे न कि बाहर कुछ कहेंगे। गौरतलब है कि शुक्रवार को जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद जमीन विवाद के सर्वमान्य समाधान के लिए सुप्रीम कोर्ट के 5 जजों की संवैधानिक बेंच ने मध्यस्थता के जरिए समाधान का फैसला सुनाया है।
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