तेलंगाना: विधायक राजगोपाल ने इस्तीफे के साथ सोनिया गांधी को लिखा था पत्र, रेवंत रेड्डी की जमकर की आलोचना
हैदराबाद: हाल ही में कांग्रेस को तेलंगाना में बड़ा झटका लगा, जहां मुनुगोडे विधायक कोमाटिरेड्डी राजगोपाल रेड्डी ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने इस बाबत कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को एक पत्र लिखा था, जिसमें उन्होंने रेवंत रेड्डी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि बाहरी लोगों के तहत संदिग्ध राजनीतिक अखंडता के साथ काम करना मुझे अपमानजनक लग रहा है। 30 साल तक वो पार्टी से जुड़े रहे और सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते रहे, इस वजह से पार्टी को छोड़ना उनके लिए दर्दनाक था।
उन्होंने कहा कि वो पार्टी छोड़ रहे हैं क्योंकि वो तेलंगाना को सीएम चंद्रशेखर राव के परिवार के चंगुल से मुक्त करने के लिए एक राजनीतिक आंदोलन शुरू करना चाहते थे, क्योंकि राज्य में कांग्रेस अपने वर्तमान स्वरूप में ऐसा करने में असमर्थ थी। उन्होंने पत्र में लिखा कि आपके खिलाफ व्यक्तिगत हमले करने वाले देशद्रोहियों को महत्वपूर्ण भूमिका दी गई है। जैसा कि आप जानती हैं, तेलंगाना स्वाभिमान का प्रतीक है। मेरे लिए एक ऐसे व्यक्ति के नेतृत्व में काम करना मुश्किल है, जिसने विभिन्न दलों को बदल दिया है। जब वो रंगेहाथ पकड़े गए तो उनको जेल में डाल दिया गया।
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उन्होंने ये भी कहा कि जो लोग कांग्रेस के विधायकों को चुनाव जीतने में मदद करने में विफल रहे, वे जीतने वालों में भी विश्वास नहीं जगा पाए। उन व्यक्तियों ने राज्य में पार्टी को पूरी तरह से पटरी से उतार दिया है। फिलहाल विधानसभा अध्यक्ष 7 अगस्त तक उपलब्ध नहीं हैं, ऐसे में राजगोपाल 8 अगस्त को विधायक पद से भी इस्तीफा देंगे।