घूस लेते हुए पकड़ा गया कोर्ट का कर्मचारी तो हजारों रुपए फाड़कर टॉयलेट में बहाया
नई दिल्ली। तेलंगाना में रिश्वत लेने का एक मामला सामने आया है जहां कर्मचारी ने खुद को बचाने के लिए हजारों रु के नोट फाड़ डाले। ये मामला तेलंगाना के हैदराबाद जिले का बताया जा रहा है। सोमवार को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) के अधिकारियों ने सहायक लोक अभियोजक शकील अंसारी को रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा। लेकिन इस कर्मचारी ने खुद को बचाने के लिए हजारों रु के नोट फाड़ दिए और सबूत मिटाने की कोशिश में उन्हें टॉयलेट में बहा दिया।
आरोपी शादनगर शहर में ही जूनियर फर्स्ट क्लास मजिस्ट्रेट (जेएफसीएम) कोर्ट में काम करता है। आरोप है कि अंसारी ने प्रभाकर रेड्डी नाम के एक शख्स से रिश्वत की मांग की थी। उसने रेड्डी से 8000 रु की रिश्वत मांगी थी और कहा था कि रेड्डी की मां का नाम एक मामले में नहीं शामिल किया जाएगा।
शकील अंसारी द्वारा रिश्वत मांगने पर प्रभाकर रेड्डी ने भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो में इसकी शिकायत दर्ज कराई थी। इसके बाद एजेंसी ने उस कर्मचारी को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ने के लिए जाल बिछाया। एसीबी के प्लान के मुताबिक, प्रभाकर रेड्डी सोमवार को सहायक लोक अभियोजक शकील अंसारी के घर पैसे लेकर गया। हैदराबाद में अपने घर पर रेड्डी से रिश्वत की रकम लेते वक्त ही एसीबी की टीम वहां पहुंची।
8000 रुपए की मांगी थी रिश्वत, एसीबी ने कर्मचारी को रंगे हाथों पकड़ा
अधिकारियों को देखते ही अंसारी ने 8000 रु के नोटों को फाड़ दिया और उन्हें एक टॉयलेट में बहा दिया। अधिकारियों ने फटे हुए नोट के टुकड़ों को किसी तरह बरामद कर लिया और अंसारी को गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में महबूबनगर के केसमपेट पुलिस थाने ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
ये भी पढ़ें: चुनाव प्रचार करने शादी में ही जा पहुंचे शशि थरूर, देखकर दुल्हा-दुल्हन भी हुए हैरान