नाश्ते पर मिले नीतीश कुमार-अमित शाह, तेजस्वी ने फेसबुक पर खोल दिए मुलाकात के सारे 'राज'
पटना। 2019 लोकसभा चुनाव में नीतीश कुमार बीजेपी के साथ चुनाव लड़ेंगे या अलग रास्ता अपनाएंगे? इन्हीं कयासों के बीच बीजेपी के अध्यक्ष अमित शाह गुरुवार को पटना और बिहार के सीएम नीतीश कुमार से मुलाकात की। दोनों नेताओं के बीच दो राउंड की बातचीत होनी है। पहला राउंड नाश्ते पर था, जो कि पूरा हो गया है और दूसरे दौर की बातचीत डिनर पर होनी है। दोनों के बीच नाश्ते पर क्या-क्या बातें हुईं, यह तो किसी को नहीं पता, लेकिन अमित शाह के साथ नाश्ते के बाद नीतीश कुमार मुस्कुराते हुए बाहर आए।
अब इसे क्या समझा जाए, क्या सीट शेयरिंग को लेकर बातचीत हुई? सच कहें तो किसी को कुछ नहीं पता, सब कोरी कयासबाजी है, लेकिन एक शख्स है, जिसे सारी खबर है। कौन है वो शख्स? तो जवाब है- लालू प्रसाद यादव के बेटे तेजस्वी यादव। आरजेडी के भविष्य तेजस्वी को नीतीश कुमार-अमित शाह की नाश्ते पर हुई एक-एक बात पता है। इससे भी बड़ी बात यह है कि उन्होंने कुछ छिपाया नहीं है बल्कि फेसबुक पर पोस्ट लिखकर नीतीश कुमार और अमित शाह के बीच हुई सारी बातचीत के राज इस अंदाज में खोले हैं। पढ़ें तेजस्वी यादव की फेसबुक पोस्ट
तेजस्वी यादव ने इस पोस्ट को सवाल-जवाब के फॉरमेट में लिखा है। इसमें उन्होंने मुलाकात का पूरा अफसाना कुछ यूं बयां किया है।
नीतीश कुमार: लोकसभा में सीटें कम चलेगी लेकिन विधानसभा चुनाव साथ करा मुझे CM घोषित किया जाए।
अमित शाह: अगर ऐसा हुआ तो पाकिस्तान के साथ-साथ तालिबान मे भी पटाखे फूटेंगे
नीतीश कुमार- 2015 मे फूटे थे क्या?
अमित शाह- गिरीराज ने नहीं बताया था क्या? आपके अच्छे संबंध है उनसे?
नीतीश कुमार- ना..नो?
अमित शाह- वैसे, आपने मोदी जी का डिनर क्यों कैन्सल किया था?
गंभीर सन्नाटा....
नीतीश कुमार- देखिए.....यहाँ सुशील मोदी जी है। ये पूरा प्रकरण बतायेंगे। उस वक़्त मेरी स्थिति कितनी मज़बूत थी।
अमित शाह- ये आपके प्रवक्ता है क्या? ये तो आपके आदमी है।
आपको क्या लगता है? किसके चलते हम विधानसभा हारें?
नीतीश कुमार- लालू जी और सुशील जी..
अमित शाह- हम्म.....कितनी सीट पर आपकी दावेदारी है?
नीतीश कुमार- 2009 में आपके साथ थे तब हम 25 पर लड़े थे।
अमित शाह- अब आपके कितने MP है?
नीतीश कुमार- मात्र 2. इसलिए की हम लेफ़्ट के साथ अकेले लड़े थे।
अमित शाह- और हमारे कितने एमपी है?
नीतीश कुमार- 22
अमित शाह- बरोबर...आपसे 11 गुणा ज़्यादा। आप हमारी जगह होते तो क्या करते?
नीतीश कुमार- 2014 वाली परिस्थितियाँ अब नहीं है।
अमित शाह- क्या आपकी वैसी ही है?
छोड़िए सब बात...इसपर आगे विमर्श भूपेन्द्र जी करेंगे।
बैठक में कुछ देर की गंभीर चुप्पी......
चलिए बैठक का विसर्जन किया जाए।