तमिलनाडु के CM पलानीसामी ने विधानसभा में जीता विश्वास मत, 122 विधायकों ने पक्ष में डाला वोट
मुख्यमंत्री ई. पलानीसामी ने विधानसभा में विश्वास मत हासिल कर लिया है। उनके पक्ष में 122 विधायकों ने वोट डाला।
एक नजर में पढ़िए सारा हाल:
- 4.49 PM: तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ई के पलानीसामी ने कहा कि सभी लोगों ने पन्नीरसेल्वम के लोगों को देखा कैसे उन्होंने अम्मा की सरकार के खिलाफ काम किया। आज का दिन अम्मा के सभी असली समर्थकों को सामने ले आया।
- 4.45 PM: तमिलनाडु विधानसभा में बहुमत साबित करने के बाद जयललिता की मरीना बीच स्थित समाधि पर श्रद्धाजंलि देने पहुंचे पलानीसामी।
- 4.30 PM: डीएमके के कार्यकारी अध्यक्ष एमके स्टालिन ने मरीना बीच पर प्रदर्शन करेंगे।
- 4.15 PM:तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री ओ पन्नीरसेल्वम ने विश्वास मत की वैधता पर सवाल उठाए।
- 03:25 PM CM पलानीसामी ने विधानसभा में जीता विश्वास मत, 122 विधायकों ने पक्ष में डाला वोट।
- 03:20 PM राज्यपाल से मिलने राजभवन पहुंचे DMK नेता एमके स्टालिन।
- 03:18 PM विधानसभा के दूसरे ब्लॉक में बहुमत साबित करने को वोटिंग।
- 03:15 PM बहुमत साबित करने के लिए विधानसभा में वोटिंग शुरू।
- 03:10 PM स्पीकर ने कहा- भले ही मेरे साथ बुरा बर्ताव हुआ हो लेकिन सदन आज चलेगा।
- 03:08 PM स्टालिन ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उन्हें जबरन सदन से बाहर निकाला और उनकी शर्ट फाड़ दी।
- 03:05 PM स्टालिन बोले- हम विधानसभा में हुए घटनाक्रम को लेकर राज्यपाल से मिलने जा रहे हैं।
- 03:00 PM एमके स्टालिन ने कहा- स्पीकर ने खुद फाड़ी अपनी शर्ट, हम पर लगा रहे हैं झूठा आरोप
-
02:30
PM
DMK
विधायकों
को
सदन
से
बाहर
करने
पहुंची
पुलिस।
- 01: 32 PM हंगामे के बाद विधानसभा की कार्यवाही 3 बजे तक के लिए स्थगित।
- 01:25 PM स्पीकर ने DMK विधायकों को सदन से बाहर करने का आदेश दिया।
-
01:
20
PM
विधानसभा
स्पीकर
ने
कहा-
आपने
मेरी
शर्ट
फाड़ी,
मेरा
अपमान
किया।
मैं
अपना
काम
कर
रहा
हूं।
जयललिता
के
निधन
से
आया
राज्य
में
संकट
राज्य
विधानसभा
में
231
विधायकों
में
से
117
विधायकों
का
समर्थन
जुटा
पाना
पलानीसामी
के
लिए
आसान
नहीं
था।
जयललिता
के
निधन
के
बाद
खाली
मुख्यमंत्री
की
कुर्सी
के
लिए
तमिलनाडु
में
कई
दावेदार
उभरे।
हालांकि
शशिकला
के
जेल
जाने
के
बाद
अब
ओ.
पन्नीरसेल्वम
और
पलानीसामी
के
बीच
कुर्सी
को
लेकर
जंग
चल
रही
थी।
वोटों
का
गणित
पन्नीरसेल्वम
का
खेमा
इस
बात
को
लेकर
काफी
आश्वस्त
था
कि
शशिकला
और
उनके
समर्थकों
के
कारनामों
की
वजह
से
पलानीसामी
को
बहुमत
नहीं
मिलेगा।
उनकी
आंतरिक
रिपोर्ट
में
भी
ऐसी
ही
अटकलें
सामने
आई
थीं।
वहीं,
पलानीसामी
ने
124
विधायकों
की
लिस्ट
सौंपी
थी
जिसमें
से
अब
122
विधायकों
ने
उनके
पक्ष
में
वोट
किया।
पलानीसामी
के
पास
6
विधायकों
की
बढ़त
पलानीसामी
के
पास
6
विधायकों
की
बढ़त
थी
जबकि
पन्नीरसेल्वम
गुट
के
पास
11
विधायकों
का
समर्थन
था।
अगर
पन्नीरसेल्वम
7
या
8
विधायकों
को
अपने
पक्ष
में
कर
लेते
तो
पलानीसामी
के
लिए
कुर्सी
बचा
पाना
मुश्किल
हो
जाता।
राज्य
विधानसभा
में
बहुमत
परीक्षण
के
खिलाफ
करीब
108
वोट
पड़ने
की
उम्मीद
थी
लेकिन
स्पीकर
ने
हंगामे
की
वज
से
डीएमके
विधायकों
को
सदन
से
बाहर
करने
का
आदेश
दे
दिया।
बाद
में
कांग्रेस
विधायकों
ने
भी
वॉक
आउट
किया।
डीएमके
और
कांग्रेस
के
विधायक
बहुमत
परीक्षण
के
खिलाफ
वोट
करने
वाले
थे।