आज भाजपाई हो जाएंगे 'स्वामी प्रसाद मौर्या'
नई दिल्ली। जी हां एक लंबे वक्त से चल रही कयास कि आखिर बसपा से बगावत करने वाले स्वामी प्रसाद मौर्या किस खेमे में जाएंगे। सपा या फिर भाजपा। इस पर आज पूर्णविराम लग जाएगा। यूपी प्रभारी ओम माथुर दोपहर 12 बजे वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में उन्हें बीजेपी में शामिल कराएंगे। कहा जा रहा है कि इस मौके पर बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह भी मौजूद रहेंगे।
स्वामी प्रसाद मौर्या ने शीला दीक्षित को बताया रिजेक्टेड माल
मंशा हो चुकी थी साफ
सत्तारूढ़ पार्टी सपा को गुडों की पार्टी बताने वाले स्वामी प्रसाद मौर्या पर समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता माने जाने वाले शिवपाल सिंह यादव ने कहा था कि मौर्या को उनकी राजनीतिक औकात से ज्यादा मिल गया था, उनका मानसिक संतुलन बिगड़ गया है। इस बयान के बाद सपा में स्वामी की एंट्री को लेकर तकरीबन सारी संभावनाएं समाप्त हो गईं। जबकि हाल ही में उन्होंने कांग्रेस की उत्तर प्रदेश से सीएम उम्मीदवार शीला दीक्षित पर जुबानी हमला करके ''रिजेक्टेड माल'' बताकर कांग्रेस में जाने का भी रास्ता बंद साबित किया। इस वजह से कहीं न कहीं आंकलन इस बात का ही था कि स्वामी की एंट्री भाजपा में ही होगी।
स्वामी के इतर कई अन्य भी हो सकते हैं बीजेपी में शामिल
कयास लगाए जा रहे हैं कि मौर्या के साथ कई अन्य बसपा नेता भी आज बीजेपी ज्वाइन कर सकते हैं। बता दें कि बसपा छोड़ते वक्त मौर्या ने दावा किया था कि उनके साथ दो दर्जन से भी ज्यादा विधायक है जो किसी भी वक्त पार्टी छोड़ सकते हैं। गौरतलब है कि 22 जून को मायावती पर टिकट बेचने का आरोप लगते हुए मौर्य ने बीएसपी से इस्तीफा दे दिया था। मौर्या ने कहा था कि मायावती ने अम्बेडकर और कांशीराम के सपनों को रौंदकर टिकट बेचने के व्यापार में जुटी हैं।
भाजपा नेताओं ने स्वामी से शुरू किया मिलने का दौर
दरअसल भाजपा में जाने की पुष्टि होने के साथ ही भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा के प्रदेश प्रवक्ता रामबाबू द्विवेदी ने स्वामी प्रसाद मौर्या के साथ दिल्ली प्रस्थान करते हुए सोशल मीडिया पर फोटो पोस्ट की। और कल तक भाजपा के विरोधियों के सींखचे में फंसे हुए स्वामी प्रसाद मौर्या आज भाजपा के लिए आदरणीय हो गए।
आगे की रणनीति पर ठहरीं लोगों की निगाहें
माना जा रहा है कि अब सियासी दलों की निगाहें आगे की राजनीति पर गौर कर रही हैं कि स्वामी के भाजपा में पलायन के बाद किस तरह की स्थितियां बनेंगी। हालांकि माना जा रहा है कि भाजपा को स्वामी की एंट्री के बाद कुछ फीसदी नफा जरूर होगा।