SSC परीक्षा 2017 को रद्द कर फिर से कराना ही बेहतर होगा: सुप्रीम कोर्ट
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी) की संयुक्त स्नातक स्तर परीक्षा 2017 रद्द कर फिर से कराने को बेहतर बताते हुए केंद्र सरकार से जवाब मांगा है। कोर्ट ने साथ ही एसएससी संयुक्त उच्चतर माध्यमिक स्तर परीक्षा (सीजीएल) 2017 को भी नये सिरे से करा लेना ही ठीक कहा है क्योंकि परीक्षा में गड़बड़ी से जिन्हें फायदा मिला, उनकी पहचान नहीं की जा सकती है।
सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि पेपर लीक होने से कितने लोगों को गलत तरीके से इसमें फायदा मिला, ये जानना आसान नहीं है। ऐसे में बेहतर है कि परीक्षा नये सिरे से हो। सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को खुद को नये सिरे से परीक्षा कराया जाने के पक्ष में जरूर कहा लेकिन इस पर कोई आदेश जारी नहीं किया।
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बीते साल फरवरी में एसएससी परीक्षा का पेपर ऑनलाइन लीक हो गया था। जिसके बाद अगस्त में सुप्रीम कोर्ट ने ने एसएससी 2017 की सीजीएल और सीनियर सेकेंडरी लेवल परीक्षा के परिणाम घोषित करने पर रोक लगा दी थी। कोर्ट ने कहा था कि पहली नजर में परीक्षा प्रक्रिया में कमियां दिख रही हैं, गलत तरीके अपनाकर परीक्षा पास करने वालों को नौकरी पाने की इजाजत नहीं दी जा सकती है।
2017 में एसएससी परीक्षा पेपर लीक होने के बाद हजारों छात्रों ने विरोध प्रदरेशन किया था। हजारों छात्र कई दिनों तक दिल्ली में भी डटे रहे थे। जिसके बाद मार्च में सरकार ने मामले की सीबीआई जांच के आदेश दिए थे। सीबीआई ने मामले में 17 लोगों के खिलाफ एफआईआर की थी और कई लोगों की गिरफ्तारियां भी की थीं। वकील प्रशांत भूषण इस मामले को सुप्रीम कोर्ट ले गए थे, जहां मामले की सुनवाई हो रही है।
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