बिना चुनाव प्रचार जीतने वाले रेप के आरोपी BSP सांसद को सुप्रीम कोर्ट से बड़ा झटका
बिना चुनाव प्रचार करे ही यूपी की घोसी सीट पर दर्ज करने वाले BSP सांसद अतुल राय को सुप्रीम कोर्ट से बड़ा झटका लगा है।
नई दिल्ली। 2019 के लोकसभा चुनाव के परिणाम ने सियासत की गहरी समझ रखने वाले कई जानकारों को चौंका दिया है। इस चुनाव में जहां भाजपा को प्रचंड बहुमत मिला है तो वहीं कई ऐसे दिग्गज चुनाव हार गए हैं, जिनकी हार के बारे में किसी ने नहीं सोचा था। इसी तरह की एक सीट है यूपी की घोसी लोकसभा सीट। इस सीट से महागठबंधन के उम्मीदवार अतुल राय बीएसपी के टिकट पर चुनाव लड़े और बिना चुनाव प्रचार किए ही जीत गए। दरअसल अतुल राय पर बलिया की एक युवती ने दुष्कर्म, धोखाधड़ी और धमकी देने समेत कई धाराओं में केस दर्ज कराया था। केस दर्ज होने के बाद से ही अतुल राय फरार चल रहे थे और इसी वजह से चुनाव प्रचार नहीं कर पाए। अतुल राय को अब सुप्रीम कोर्ट से एक बड़ा झटका लगा है।
सुप्रीम कोर्ट ने खारिज की याचिका
सोमवार को सुप्रीम कोर्ट ने अतुल राय को झटका देते हुए उनकी गिरफ्तारी से रोक की मांग वाली याचिका को खारिज कर दिया। दरअसल, अतुल राय ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर मांग की थी कि रेप और किडनैपिंग समेत अलग-अलग केसों में उनकी गिरफ्तारी से उन्हें सुरक्षा प्रदान की जाए, जिसे सुप्रीम कोर्ट ने ठुकरा दिया। अतुल राय के ऊपर बलिया की एक युवती ने दुष्कर्म, धोखाधड़ी और धमकी देने समेत कई धाराओं में केस दर्ज कराया था। पुलिस थाने में दर्ज कराई गई एफआईआर के मुताबिक, अतुल राय पर आरोप है कि वो युवती को लंका इलाके के एक अपार्टमेंट के फ्लैट में झांसा देकर ले गए और उसका यौन शोषण किया। इसके बाद अतुल राय लगातार पीड़िता को चुप रहने की धमकी देने लगे।
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अतुल राय ने बताया भाजपा की साजिश
वहीं, अतुल राय का इस मामले में कहना था कि साल 2015 से ही यह युवती उनके ऑफिस में आती थी और चुनाव लड़ने के नाम पर मदद लेती थी। अतुल राय ने कहा कि वो कभी भी उस महिला से अपने ऑफिस के बाहर नहीं मिले। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में उन्हें प्रत्याशी बनाए जाने के बाद युवती उन्हें ब्लैकमेल करने लगी। अतुल राय ने कहा कि युवती ने 24 अप्रैल को उनके पास एक वीडियो भेजा और रुपये की मांग की। मना करने पर 28 अप्रैल को वीडियो पोस्ट कर दिया। अतुल राय ने कहा कि यह पूरी तरह से भाजपा की साजिश है।
23247 वोटों से जीते अतुल राय
केस दर्ज होने के बाद से ही अतुल राय फरार चल रहे हैं। अतुल राय लोकसभा चुनाव के दौरान अपनी सीट पर चुनाव प्रचार भी नहीं कर पाए थे। बीते गुरुवार को आए चुनाव नतीजों में अतुल राय ने घोसी सीट पर जीत हासिल की। गुरुवार को आए चुनाव नतीजों के मुताबिक, घोसी लोकसभा सीट पर अतुल राय ने 123247 वोटों के बड़े अंतर से भाजपा प्रत्याशी हरिनारायण राजभर को हरा दिया। अतुल राय को 572459 और हरिनारायण राजभर को 449212 वोट मिले। घोसी सीट पर योगी सरकार के पूर्व मंत्री ओमप्रकाश राजभर की पार्टी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी ने भी अपना उम्मीदवार उतारा था, जिसे 39842 वोट मिले। इस सीट पर कांग्रेस के उम्मीदवार बालकृष्ण चौथे नंबर पर रहे और उन्हें महज 23695 वोट ही मिल पाए।
यूपी में महज 15 सीटों पर सिमटा महागठबंधन
गौरतलब है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में एनडीए को प्रचंड बहुमत मिला है। मोदी लहर पर सवार भाजपा ने इन चुनावों में 303 और एनडीए ने 353 सीटों पर जीत हासिल की है। यूपी में भाजपा का विजय रथ रोकने के लिए बना सपा-बसपा और आरएलडी का महागठबंधन भी मोदी की आंधी में नहीं टिक पाया और महज 15 सीटों पर ही सिमट गया। मुलायम सिंह यादव परिवार के तीन सदस्य भी लोकसभा का चुनाव हार गए, जिनमें सपा मुखिया अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव भी शामिल हैं। वहीं, कांग्रेस को इस चुनाव में करारी हार का सामना करना पड़ा है। देश के 17 राज्यों में कांग्रेस को एक भी सीट नहीं मिली। उसके 9 पूर्व मुख्यमंत्री भी चुनाव हार गए। खुद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को यूपी के अमेठी में हार का सामना करना पड़ा है। राहुल गांधी को केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने अमेठी में हराया है।
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