राजस्थान के पोखरण में फिर टेस्ट में पास हुई सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस , चीन और पाकिस्तान के पास भी नहीं है ऐसी मिसाइल
भारत ने गुरुवार की सुबह राजस्थान के पोखरण में दुनिया की सबसे तेज सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस का फिर से एक सफल परीक्षण किया है। पोखरण फायरिंग रेज में हुए इस परीक्षण में सेना और डीआरडीओ के कई सीनियर ऑफिसर्स मौजूद थे।
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पोखरण। भारत ने गुरुवार की सुबह राजस्थान के पोखरण में दुनिया की सबसे तेज सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस का फिर से एक सफल परीक्षण किया है। पोखरण फायरिंग रेज में हुए इस परीक्षण में सेना और डीआरडीओ के कई सीनियर ऑफिसर्स मौजूद थे। सूत्रों की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक इस मिसाइल ने सफलतापूर्वक सही निशाने पर वार किया। ब्रह्मोस की स्पीड 2.8 मैक (ध्वनि की रफ्तार के बराबर) है। इस मिसाइल की रेंज 290 किलोमीटर है और ये 300 किलोग्राम भारी युद्धक सामग्री ले जा सकती है। कुछ दिनों पहले खबरें आई थीं कि ब्रह्मोस जैसी क्षमता वाली मिसाइल अभी तक चीन और पाकिस्तान ने विकसित नहीं की है।
इससे पहले पोखरण में इस माह की शुरुआत में डीआरडीओ एंटी-टैंक गाइडेड नाग मिसाइल का सफल परीक्षण कर चुकी है। नाग तीसरी पीढ़ी की एक एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल (एटीजीएम) है और डीआरडीओ ने इसका परीक्षण भारतीय सेनाओं को और ताकत देने के मकसद से किया है। इस मिसाइल को रेगिस्तान की परिस्थितयों में अलग-अलग रेंज और टाइम पर दो टैंक टारगेट को भेदने में सफलता हासिल की।