पाकिस्तान में गायब हुए दोनो भारतीय मौलवी देश के खिलाफ कर रहे थे काम-सुब्रमण्यम स्वामी
भाजपा नेता और राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने पाकिस्तान में दिल्ली की हजरत निजामुद्दीन दरगाह के दो मौलवी आसिफ निजामी और नाजिम अली निजामी पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
नई दिल्ली। भाजपा नेता और राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने पाकिस्तान में दिल्ली की हजरत निजामुद्दीन दरगाह के दो मौलवी आसिफ निजामी और नाजिम अली निजामी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। सुब्रमण्यम स्वामी ने दावा किया कि उनके पास स्वतंत्र रूप से यह जानकारी है कि ये दोनों लोग देश के खिलाफ काम कर रहे थे। स्वामी ने आरोप लगाया है कि दोनो मौलवी छूट बोल रहे हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की तथाकथित सरकार ने कहा कि उन्हें इस बारे में पता ही नहीं है। तो इतने दिन यह दोनों आईएसआई के साथ क्या कर रहे थे।
आपको बताते चले कि दिल्ली की हजरत निजामुद्दीन दरगाह के दो मौलवी सैय्यद आसिफ निजामी और नाजिम अली निजामी सोमवार को भारत वापस लौट आए हैं। दोनों ही कुछ दिनों पहले पाकिस्तान में गायब हो गए थे। माना जा रहा है कि दोनों आज विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मुलाकात कर सकते हैं।
खुफिया एजेंसियां भी करेंगी पूछताछ
इसके बाद इंटेलीजेंस एजेंसियां भी इनसे पूछताछ करेंगी और यह जानने की कोशिश करेंगी कि आखिर दोनों पाक में कैसे गायब हो गए थे। एक मौलवी के बेटे आमिर निजामी ने ईश्वर का आर्शीवाद लेने के लिए वे पहले एयरपोर्ट के लिए रवाना होंगे और फिर अपने परिवार से मुलाकात करेंगे। निजामी ने कहा कि वह भारत की सरकार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, सुषमा स्वराज और राजनाथ सिंह का शुक्रिया अदा करना चाहते हैं। उन्हें इस बात की खुशी है कि सरकार ने दोनों की सुरक्षित वापसी के लिए कोशिशें कीं। रविवार को सुषमा स्वराज ने कहा था कि उन्होंने सैय्यद नाजिम अली निजामी से बात की थी। वह कराची में थे और उन्होंने निजामी को भरोसा दिया था कि सोमवार को वह सुरक्षित देश लौट आएंगे। सुषमा स्वराज ने ट्वीट की बताया के निजामी ने उन्हें बताया था कि दोनों सुरक्षित हैं और सोमवार को दिल्ली लौट आएंगे। दोनों मौलवी पाकिस्तान के कराची के सिंध में अपने अनुयायियों से मिलने गए थे। यहां पर फोन की कनेक्टिविटी बिल्कुल भी नहीं थी।
आईएसआई की हिरासत में थे दोनों!
सैय्यद आसिफ अली निजामी निजामुद्दीन दरगाह के मुख्य मौलवी हैं। दोनों पाकिस्तान में अपने रिश्तेदारों से मिलने गए थे और फिर दोनों लाहौर में एक तीर्थ पर गए थे। दोनों में से एक मौलवी कराची तो एक लाहौर में गायब हो गए थे। भारत की ओर से पाक के समक्ष इस मुद्दे को उठाया गया और इस पर चिंता जाहिर की गई थी। पाक के विदेश मंत्रालय से इस बाबत मदद मांगी गई थी और दोनों को पता लगाने को कहा गया था। इससे पहले कहा गया था कि दोनों मौलवी पाकिस्तानी इंटेलीजेंस एजेंसी आईएसआई की हिरासत में हैं। पाकिस्तान में आधिकारिक सूत्रों द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, आईएसआई के अधिकारियों ने आसिफ निजामी और नजीम निजामी को हिरासत में रखा है। बताया गया कि एजेंसी ने दोनों को किसी अज्ञात स्थान पर रखा है।
#WATCH Subramanian Swamy says he has independent information that Indian clerics who went missing in Pakistan were working against country. pic.twitter.com/rFyWWImURp
— ANI (@ANI_news) March 20, 2017