शिवराज सरकार का स्कूलों को नया फरमान, अटेंडेंस में यस सर की बजाय बोलना होगा 'जय हिंद'
बच्चों के मन में देशभक्ति की भावना जगाने के लिए मध्य प्रदेश के स्कूलों में नया फरमान जारी किया गया है। अब प्रदेश के स्कूलों में अटेंडेंस के वक्त छात्रों को यस सर या यस मैम नहीं, बल्कि 'जय हिंद' बोलना होगा। मंगलवार को ये फरमाम जारी किया गया है।
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भोपाल। बच्चों के मन में देशभक्ति की भावना जगाने के लिए मध्य प्रदेश के स्कूलों में नया फरमान जारी किया गया है। अब प्रदेश के स्कूलों में अटेंडेंस के वक्त छात्रों को यस सर या यस मैम नहीं, बल्कि 'जय हिंद' बोलना होगा। मंगलवार को ये फरमाम जारी किया गया है और प्रदेश द्वारा चलाए जा रहे सभी स्कूलों में नए अकादमिक सत्र से इसे लागू किया जाएगा। शिक्षा विभाग का कहना है कि इस फैसले से सभी छात्रों के मन में देशभक्ति की भावना जागेगी। ये फरमान हैरान करने वाला इसलिए है क्योंकि गर्मियों की छुट्टियों के चलते प्रदेश में लगभग सभी स्कूल बंद हैं।
स्कूल शिक्षा के उप सचिव प्रमोद सिंह ने इस फरमान पर दस्तखत किए हैं। फरमाम मे लिखा है, 'अब राज्य में सभी 1.22 लाख सरकारी स्कूलों के लिए अनिवार्य कर दिया गया है कि छात्रों को यस सर/मैम के बजाए 'जय हिंद' कहकर कक्षा में हाजिरी देनी होगी। छात्रों के बीच देशभक्ति पैदा करने के लिए राज्य सरकार द्वारा यह निर्णय लिया गया है।' फिलहाल ये फरमान केवल सरकारी स्कूलों के लिए है, लेकिन कुछ वक्त पहले शिक्षा मंत्री विजय शाह ने कहा था कि इस सिलसिले में प्राइवेट स्कूलों को भी एडवाइजरी जारी की जाएगी।
स्कूल एजुकेशन डिपार्टमेंट को सोमवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से इस फरमान पर इजाजत मिली, जिसके बाद मंगलवार को स्कूलों को ये ऑर्डर दिया गया। मुख्यमंत्री को भेजे प्रपोजल में डिपार्टमेंट ने लिखा था कि येस सर/मैम से देशभक्ति की भावना नहीं आती, इसलिए इसकी बजाय 'जय हिंद' बोला जाना चाहिए। पिछले साल सितंबर में शिक्षा मंत्री शाह ने सतना जिले के बच्चों को हाजिरी के जवाब में 'जय हिंद' बोलने का निर्देश दिया था।
तब इसे केवल एक्सपेरिमेंट के तौर पर लागू किया गया था। शाह ने तभी कहा था कि अगर ये प्रयोग सफल हो जाता है तो इसे पूरे प्रदेश में लागू किया जाएगा।
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