फिर विवादों में आया JNU, छात्रा ने टीचर पर लगाए गंभीर आरोप
नई दिल्ली। देश के सबसे प्रतिष्ठित संस्थान में से एक जवाहर लाल यूनिवर्सिटी एक बार फिर से चर्चा में है। यहां एक टीचर पर छात्रा के साथ छेड़छाड़ और गालीगलौच का आरोप है। छात्रा ने यह शिकायत शनिवार को वसंत कुंज थाने में लगाया है। छात्र का आरोप है कि टीचर ने 10 अक्टूबर को उसे साबरमती ढाबे के सामने ना सिर्फ छाती से धक्का दिया बल्कि अश्लील भाषा का भी इस्तेमाल किया। हालांकि पुलिस का कहना है कि वह इस मामले की जांच कर रही है, इसी के चलते इसमे एफआईआर दर्ज नहीं की गई है।
वहीं छात्रा का कहना है कि जेंडर सेंसटाइजेशन कमिटी अगेंस्ट सेक्सुअल हैरसमेंट के खत्म हो जाने की वजह से वह संस्थान में शिकायत दर्ज नहीं करा पाया। स्टूडेंड का कहना है कि 26 अक्टूबर को संस्थान के प्रॉक्टर ऑफिस की ओऱ से मुझे मेल आया जिसमे जांच का हवाला देते हुए इस मामले में मुझे ही फंसाया जा रहा था, जिसके बाद मैंने इस मामले में शिकायत दर्ज कराने का फैसला लिया।
छात्रा आईसा की सदस्य है और उसका कहना है कि 10 अक्टूबर को टीचर ने सबके सामने साबरमती ढाबे पर मुझसे बदसलूकी की थी, उस दिन लड़कियों के छात्रावास में रेड के खिलाफ हमारी यूनियन प्रदर्शन कर रही थी, तभी संस्थान के ऑफिस से निकलकर एक युवक तस्वीरें खींचने लगा, इसपर लड़कियों ने आपत्ति जताई, लेकिन युवक ने बताया कि वह टीचर का दोस्त है। लेकिन जब हमने कहा कि फोटो को डिलीट करे तो वह वहां से भाग गया।
छात्रा ने आरोप लगाया कि शाम को तकरीबन छह बजे टीचर एबीवीपी के कुछ सदस्यों के साथ ढाबे पर बैठे थे, उन्होंने जब मुझे देखा तो वह हंसने लगे, बार बार वह मेरी ओर इशारा करके हंसते रहे, काफी देर तक जब यह चलता रहा तो मेरे दोस्त नारा लगाने लगे और इसका वीडियो बनाने लगे, तभी टीचर ने हमारा फोन छीन लिया और गाली देते हुए मुझसे कहा कि मैं तुम्हे सुबह से देख रहा हूं। उन्होंने मुझे छाती से धक्का देते हुए अपशब्द कहे। इस बाबत हमने जेएनयूएसयू की अध्यक्ष गीता कुमारी की बताया तो उन्होंने 100 नंबर पर शिकातय की तब जाकर टीचर ने हमारा फोन वापस किया। वहीं एबीवीपी छात्र सौरभ शर्मा का कहना है कि इन छात्रों ने टीचर को ढाबे से भगा दिया, और अगर ऐसी कोई घटना हुई थी तो इन लोगों ने पहले क्यों नहीं इसकी शिकायत की।