लालकिले पर पीएम मोदी के साफे का सफर, हर बार बदला रंग
15 अगस्त के मौके पर पीएम मोदी ने साफा पहनने की परंपरा शुरू की, आईए डालते हैं हर बार अलग-अलग रंग के साफे के रंग पर
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने भाषण के लिए हमेशा से ही लोकप्रिय रहे हैं, इसके साथ ही वह अपनी वेशभूषा के लिए भी हमेशा से चर्चा में रहते हैं। सबसे पहली बार पीएम उस वक्त चर्चा में आए थे जब 2015 में 26 जनवरी के मौके पर अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा भारत आए थे तो पीएम ने जो सूट पहना था उसपर उनका नाम लिखा था, यहां तक कहा गया कि इस सूट की कीमत लाखों रूपए है।
नई परंपरा शुरू की
पीएम मोदी ने 15 अगस्त और 26 जनवरी के मौके पर साफा पहनने की नई परंपरा शुरू की है। पीएम मोदी का 15 अगस्त को भाषण हमेशा से ही चर्चा में रहता है, लेकिन इसके साथ ही उनकी साफा भी चर्चा का विषय बनता रहा है। हर बार पीएम के साफे का रंग बदलता है। पीएम ने आज चौथी बार लालकिले की प्राचीर से देश को संबोधित किया है। आइए डालते हैं एक नजर पीएम के चार बार लालकिले से दिए गए भाषण के दौरान साफे के रंग पर।
इस बार सबसे लंबा साफा पहना
पीएम मोदी ने आज जो साफा पहना था वह काफी ज्याजा लंबा था। पिछले सालों में पीएम के साफे पर नजर डालें तो यह उतना लंबा नहीं होता था जितना इस बार है। पीएम ने आज पीले और लाल रंग का साफा पहना था, जो काफी लंबा था, यहां तक कि यह साफा पीएण के घुटने तक लंबा था। यह अभी तक का पीएम का सबसे लंबा साफा था।
2016 में जोधपुर का साफा बांधा
वहीं अगर 2016 में पीएम के साफे पर नजर डालें तो पीएम ने इस दिन उन्होंने राजस्थानी साफा पहना था, जिसका रंग लाल, गुलाबी और पीले रंग का था। यह साफा जोधपुर का जाना माना गजशाही साफा था। इस साफे में कई रंग थे।
2015 में दिया सबसे लंबा भाषण
वर्ष 2015 में पीएण मोदी ने लाल किले से भाषण देते हुए 86 मिनट का भाषण दिया था, यह अबतक का सबसे लंबा भाषण था जोकि पीएम मोदी ने 15 अगस्त को दिया था। इस दिन पीएम ने जो साफा पहना था वह केसरिया रंग का था। साफे में लाल और हरी धारियां भी थी जिसकी लंबाई पीएम के कमर तक थी।
2014 तिरंगे के रंग में रंगे दिखे पीएम
देश की कमान संभालने के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने 2014 में 15 अगस्त को पहली बार साफा पहनकर देश को लालकिले से संबोधित किया था। पीएम ने इस दिन सफेद कुर्ता पायजामा पहना था, जबकि उन्होंने बाधनी प्रिंट का केसरिया साफा पहना था पीएम के साफे का किनारा हरा था, जिसके बाद पीएम पूरे तीन रंग में दिख रहे थे।