राष्ट्रपति पद का वो चुनाव जब जामा मस्जिद से किया गया था जीत का ऐलान
नई दिल्ली। राष्ट्रपति चुनाव के नतीजे सामने आ चुके हैं। बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए के उम्मीदवार रामनाथ कोविंद ने इस बार बड़ी जीत दर्ज की है। एनडीए उम्मीदवार रामनाथ कोविंद को 65.65 फीसदी वोट मिले हैं, वहीं यूपीए की उम्मीदवार मीरा कुमार के पक्ष में 34.35 फीसदी वोट पड़े हैं। आइए आपको एक ऐसे दिलचस्प राष्ट्रपति चुनाव के बारे में बताते हैं जिसका ऐलान दिल्ली स्थित जामा मस्जिद से किया गया था। यह देश का तीसरा राष्ट्रपति चुनाव था। कांग्रेस की ओर से जाकिर हुसैन उम्मीदवार थे।
इस चुनाव का फैसला 6 मई 1967 की शाम को आया। जाकिर हुसैन, 838,170 वोटों में से 471,244 वोट पाकर चुनाव जीत गए थे। उनके प्रतिद्वंदी के. सुब्बाराव को 363,971 वोट मिले। जाकिर हुसैन देश के पहले राष्ट्रपति चुने गए थे।
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तब जनता ने मनाया था जश्न
बता दें कि इस राष्ट्रपति चुनाव के परिणाम का लोग बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। इतना ही नहीं रायसीना हिल स्थित राष्ट्रपति भवन के बाहर लोगों की भीड़ मौजूद थी और नतीजा घोषित होते ही लोगों ने खुशियां मनाई।
दरअसल, इस चुनाव में जनसंघ और वामदलों ने जाकिर हुसैन की उम्मीदवारी का विरोध किया था। उनकी ओर से किए जा रहे प्रचार में कहा जा रहा था कि अगर जाकिर चुनाव हार जाएंगे तो उस वक्त प्रधानमंत्री रहीं इंदिरा गांधी को इस्तीफा देना ही पड़ेगा।
जाकिर हुसैन ने 13 मई 1967 को राष्ट्रपति पद की शपथ लेकर देश के तीसरे और पहले मुस्लिम राष्ट्रपति बने। जाकिर इस जीत का ऐलान जामा मस्जिद से किया गया था।
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