सोनिया गांधी ने रायबरेली में नामांकन से पहले किया हवन, पूरा गांधी परिवार रहा मौजूद
रायबरेली: यूपीए की चेयरपर्सन और कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने गुरुवार को उत्तर प्रदेश की रायबरेली लोकसभा सीट से नामाकंन दाखिल किया। सोनिया गांधी के साथ इस दौरान कांग्रेस के मौजूदा अध्यक्ष और प्रियंका गांधी भी मौजूद रही। सोनिया ने पर्चा दाखिल करने से पहले हवन और रोड शो किया। पीएम मोदी की जीत के सवाल पर उन्होंने कहा कि साल 2004 को मत भूलिये वाजपेयी जी भी अजेय थे लेकिन हम जीते। पहले ऐसी खबरें थी कि सोनिया गांधी स्वास्थ खराब होने की वजह से चुनाव नहीं लड़ेंगी। सोनिया के खिलाफ बीजेपी ने दिनेश प्रताप सिंह को उतारा है। उन्होंने हाल ही में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी ज्वॉइन की थी।
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सोनिया गांधी ने नामांकन से पहले हवन किया
कांग्रेस की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी ने रायबरेली के स्थानीय कांग्रेस मुख्यालय में पहुंचकर सबसे पहले हवन किया। इस दौरान पूरा गांधी परिवार मौजूद रहा। उनके बेटे राहुल गांधी, बेटी प्रियंका गांधी वाड्रा और दामाद रॉबर्ट वाड्रा भी हवन के समय उनके साथ थे। रायबरेली में 6 मई को पांचवे चरण में मतदान होगा। सपा-बसपा और आरएलडी के महागठबंधन ने सोनिया के खिलाफ कोई उम्मीदवार नहीं खड़ा किया है। सोनिया साल 2004 से इस सीट का प्रतिनिधित्व कर रही है।
सोनिया ने नामाकंन से पहले रोड शो भी किया
सोनिया गांधी ने हवन के बाद रायबरेली में रोड शो भी किया। इस दौरान काफी भीड़ थी। इस दौरान उनके साथ राहुल गांधी, प्रियंका गांधी के अलावा रॉबर्ट वाड्रा, रेहान और मिराया वाड्रा भी मौजूद रहे। सोनिया गांधी चार बार इस सीट से सांसद रह चुकी हैं। इस सीट पर पहली बार पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के पति फिरोज गांधी ने जीत हासिल कर कांग्रेस का खाता खोला था। रायबरेली को इंदिरा गांधी की कर्मभूमि भी कहा जाता है। यहां से दिग्गज कांग्रेस नेता अरुण नेहरू, शीला कौल और सतीश शर्मा भी सांसद रह चुके हैं।
कांग्रेस सिर्फ तीन बार रायबरेली सीट हारी है
सोनिया गांधी ने यहा से पहला चुनाव 2004 में जीता था। वो इसके बाद यहां से साल 2006 उपचुनाव, 2009, 2009 और 2014 में लोकसभा चुनाव जीती। साल 2014 में सोनिया को 526434 वोट मिले थे, वहीं उनके प्रतिद्वंदी अजय अग्रवाल को 173721 वोट मिले थे। साल 2014 में यहां 15.94 लाख मतदाता थे। 2014 में यहां 51.73 फीसदी मतदान हुआ था। साल 1957 से कांग्रेस ने ये सीट 19 बार जीती है। उन्हें साल 1977,1996 और 1998 में यहां से हार मिली है। भारतीय लोकदल के राजनारायण में साल 1977 में तत्कालीन पीएम इंदिरा गांधी को हराया था।
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