Solar Eclipse 2021 Myths: कहीं मेढ़क निगलता है सूरज को तो कहीं बुरी आत्माएं नाचती हैं, सूर्य ग्रहण से जुड़े सच
नई दिल्ली, 09 जून। साल 2021 का पहला 'सूर्य ग्रहण' गुरुवार यानी 10 जून को लगने जा रहा है। हालांकि ये ग्रहण भारत में नजर नहीं आने वाला है इसलिए इसका सूतक नहीं लगेगा और ये प्रभावी भी नहीं होगा लेकिन भारतीय ज्योतिष ग्रहण को लेकर बहुत सारी बातें करता है, यहां ग्रहण काल अच्छा नहीं माना जाता है। आपको जानकर हैरत होगी कि ग्रहण को लेकर नकारात्मक बातें केवल इंडिया में ही नहीं होती हैं बल्कि इसको लेकर विश्व के दूसरे देशों में भी अलग-अलग सोच, विचारधारा और मान्यताएं हैं। अब ये बात कितनी सही है और कितनी गलत , ये तो कहा नहीं जा सकता है लेकिन इसमें कोई शक नहीं सूर्य ग्रहण वैज्ञानिकों से लेकर आम आदमी के बीच शोध और चर्चा दोनों का गंभीर विषय है।
बुरा मेढ़क निगल जाता है सूरज को इसलिए होता है सूर्य ग्रहण
आपको जानकर हैरत होगी कि वियतनाम के लोग कहते हैं कि सूर्य ग्रहण की घटनाएं इसलिए होती हैं क्योंकि एक बड़ा सा मेढ़क सूरज को निगल जाता है और जिसकी वजह से ब्रह्मांड में अंधेरा हो जाता है। वो मेढ़क बहुत बलशाली और बुरा होता है इसलिए 'सूर्य ग्रहण' अच्छा नहीं होता है।
'सूर्य ग्रहण का मतलब भगवान लोगों की हरकतों से नाराज हैं'
जबकि ग्रीक के लोग कहते हैं कि 'सूर्य ग्रहण' का मतलब ईश्वर गुस्सा, सूरज को ग्रहण ही इसलिए लगता है कि भगवान लोगों की हरकतों से नाराज हैं, ग्रहण प्राकृतिक आपदाओं का संकेत देता है तो वहीं टोगो के लोग कहते हैं ग्रहण की घटनाएं दो ग्रहों के लड़ने का संकेत देती है, जिसका अर्थ ये होता है कि देश पर संकट आने वाला है या देश गृहयुद्ध का शिकार होने वाला है।
'ग्रहण काल में नहीं खाया जाता है खाना क्योंकि ये हानिकारक'
तो वहीं कुछ देश के लोग कहते हैं ग्रहण के वक्त बुरी आत्माएं सक्रिय हो जाती हैं, वो जीवाणु के रूप में बाहर आती हैं और मानव पर अटैक करती हैं, इसी वजह से ग्रहण काल के वक्त खाना नहीं बनाया जाता है और ना ही खाना खाया जाता है, जबकि विज्ञान कहता है कि दरअसल 'सूर्य ग्रहण' के वक्त प्रकाश कम हो जाता है और बहुत सारी हानिकारक गैसें निकलती हैं, जो कि बहुत सारी बैक्टीरिया को जन्म देते हैं, जो कि खाने को प्रदूषित कर देते हैं, इस वजह से ग्रहण काल के दौरान लोगों को भोजन ग्रहण से रोका जाता है।
'Surya Grahan में बुरी आत्माओं से गर्भवती महिलाओं को खतरा'
हमारे ज्योतिष में कहा गया है कि ग्रहण काल में गर्भवती महिलाओं को बाहर नहीं निकलना चाहिए क्योंकि बुरी आत्माएं, गर्भ में पड़ रहे शिशु को नुकसान पहुंचा सकती हैं, जबकि डॉक्टर्स कहते हैं कि ग्रहण काल में बहुत सारी हानिकारक गैंसे निकलती हैं, जो कि गर्भ में पल रहे बच्चे के स्वास्थ्य के लिए सही नहीं होती हैं, इस वजह से गर्भवती महिलाओं को ग्रहण के वक्त सावधानी बरतने को कहा जाता है।