Ripped Jeans: CM तीरथ पर स्मृति का पलटवार- नेताओं को कानून से मतलब, लोगों के कपड़ों से नहीं
नई दिल्ली: कुछ दिनों पहले उत्तराखंड में बीजेपी ने मुख्यमंत्री पद पर तीरथ सिंह रावत की ताजपोशी की। बीजेपी को उम्मीद थी कि वो विवादों से दूर रहते हुए प्रदेश में विकास की रफ्तार को बढ़ाएंगे, लेकिन पद संभालने के बाद उन्होंने महिलाओं के कपड़े पर एक विवादित बयान दे दिया। जिसके बाद वो सोशल मीडिया पर जमकर ट्रोल हुए। इसके अलावा बड़ी संख्या में महिलाओं ने उनके खिलाफ ऑनलाइन कैंपेन चलाया। वहीं अब केंद्रीय मंत्री और बीजेपी की वरिष्ठ नेता स्मृति ईरानी ने भी तीरथ के बयान पर पलटवार किया है।
एक मीडिया हाउस के कार्यक्रम में बोलते हुए स्मृति ने कहा कि दुनिया में कुछ चीजें पवित्र हैं, उसमें से एक महिला भी है। ऐसे में महिलाओं को अपनी जिंदगी के तरीके को चुनने और उसे जीने का पूरा अधिकारी है। स्मृति के मुताबिक किसी भी नेता को इस बात से कोई भी लेना-देना नहीं होना चाहिए कि लोग किस तरह के कपड़े पहनते हैं, वो क्या खाते हैं, वो क्या करते हैं, क्योंकि उनका काम नीति बनाना और कानून का शासन सुनिश्चित करना है। कई नेताओं ने इसको लेकर गलत बयानबाजी की है।
क्या
था
तीरथ
का
बयान?
कुछ
दिन
पहले
एक
कार्यक्रम
में
तीरथ
सिंह
रावत
ने
कहा
कि
मैं
पिछले
दिनों
एक
कार्यक्रम
के
लिए
बाहर
गया
था
और
आते
समय
जब
फ्लाइट
में
बैठा
तो
मेरे
पड़ोस
में
एक
बहन
जी
बैठी
थीं।
जब
मैंने
उनकी
तरफ
देखा
तो
नीचे
गमबूट
थे
और
जींस
घुटने
के
पास
फटी
थी।
उनके
साथ
दो
बच्चे
थे।
मैंने
पूछा,
बहनजी
कहां
जाना
है,
बोलीं-
दिल्ली
जाना
है।
मैंने
पूछा
पति
कहां
हैं,
बोलीं-
जेएनयू
में
प्रोफेसर
हैं।
मैंने
पूछा-
आप
क्या
करती
हैं,
बोलीं-
मैं
एनजीओ
चलाती
हूं।
एनजीओ
चलाती
हैं,
घुटने
दिखते
हैं,
समाज
के
बीच
में
जाती
हो,
बच्चे
साथ
में
हैं,
ऐसे
में
उन्हें
क्या
संस्कार
दोगी?