स्मृति ईरानी: इंदिरा गांधी, सुषमा स्वराज और अंबिका सोनी के बाद चौथी महिला सूचना प्रसारण मंत्री
शहरी विकास मंत्रालय और सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय वेंकैया नायडू के पास थे और उनके इस्तीफा देने के बाद रिक्त हो गए थे।
नई दिल्ली। एनडीए की तरफ से वेंकैया नायडू को उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाए जाने के बाद उनके अधीन मंत्रालयों को बंटवारा कर दिया गया है। वर्तमान में कपड़ा मंत्रालय का प्रभार संभाल रही स्मृति ईरानी को सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। वहीं, नरेंद्र सिंह तोमर को शहरी विकास मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है। ये दोनों ही मंत्रालय वेंकैया नायडू के पास थे और उनके इस्तीफा देने के बाद रिक्त हो गए थे।
1. मीडिया फ्रेंडली: पहले पार्टी के प्रवक्ता के तौर पर काम किया है। टेलीविजन चैनलों में पार्टी की तरफ से बहस में प्रतिनिधित्व करने का अच्छा अनुभव। मीडिया और उसकी कार्यप्रणाली को अच्छी तरह जानती हैं।
2. अंतिम विस्तार से पहले बड़ा दांव- माना जा रहा है कि राष्ट्रपति चुनाव के बाद मोदी मंत्रिमंडल का अंतिम विस्तार होगा। 2019 के चुनाव में मीडिया और सूचना प्रसारण मंत्रालय की भूमिका महत्वपूर्ण होगी। सरकार की उपलब्धियों को प्रचारित करने और सकारात्मक माहौल बनाने के लिए ये मंत्रालय अहम साबित होगा। इसमें स्मृति ईरानी खरी साबित हो सकती हैं।
3. प्रधानमंत्री का स्मृति पर भरोसा कायम- सूचना प्रसारण मंत्रालय छीनकर कपड़ा मंत्री बनाने से मीडिया में ऐसा संदेश गया कि प्रधानमंत्री ने उनके पर कतरे हैं लेकिन फिर से सूचना प्रसारण मंत्रालय जैसा महत्वपूर्ण प्रभार देकर पीएम ने ये साफ संदेश दिया है कि स्मृति ईरानी का उनके सरकार में अब भी अहम रोल है।
Recommended Video
4. महिला सशक्तिकरण का संदेश: ये अहम जिम्मेदारी देकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी सरकार में महिला सशक्तिकरण का एक साफ संदेश दिया है। इंदिरा गांधी, सुषमा स्वराज, अंबिका सोनी के बाद स्मृति ईरानी चौथी महिला हैं जिन्हें यह महत्वपूर्ण मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गई हैं।