बीजेपी में शामिल होंगे शुभेंदु अधिकारी? कैलाश विजयवर्गीय बोले, 'आते हैं, तो स्वागत किया जाएगा'
नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव को लेकर भूमिका तैयार होने लगी है। मई, 2021 में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर नेताओं के पाला बदलने की शुरूआत हो चुकी है। इसी क्रम में शुक्रवार को सत्तारूढ़ टीएमसी से इस्ताफा देने वाले शुभेंदु अधिकारी को लेकर अटकलों को दौर शुरू हो गया है। खबर है शुभेंदु अधिकारी भाजपा में जा सकते हैं। पश्चिम बंगाल बीजेपी प्रभारी और बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने बाकायदा आमंत्रण देते हुए कहा है कि अगर वो भाजपा में आते हैं, तो उनका स्वागत किया जाएगा।
केंद्रीय
कृषि
कानून:
हंगामा
क्यों
है
बरपा,
आखिर
हरियाणा
और
पंजाब
के
किसान
ही
क्यों
भड़के
हैं?
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हालांकि शुभेंदु अधिकारी के टीएमसी से इस्ताफा देने के कुछ घंटे के भीतर ही पश्चिम बंगाल बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष ने शुभेंदु अधिकारी को लेकर कहा था कि उनकी पार्टी का द्वारा शुभेंदु अधिकारी समेत कई अन्य नेताओं के लिए खुले हुए हैं। घोष ने अधिकारी के इस्तीफ पर टीएमसी के अंत का सूचक बताते हुए कहा था कि विधानसभा चुनाव तक पार्टी का प्रदेश में अस्तित्व समाप्त हो जाएगा। इससे पहले, कूच बिहार से टीएमसी विधायक मिहिर गोस्वामी शुक्रवार को भाजपा सांसद निशित प्रमाणिक के साथ दिल्ली रवाना हुए और शुक्रवार शाम को उनके बीजेपी ज्वाइन कर लिया है।
पत्नी
के
झगड़ों
से
परेशान
शख्स
MNC
की
नौकरी
छोड़कर
बन
गया
टैक्सी
ड्राइवर
वहीं, शुभेन्दु अधिकारी के टीएमसी से इस्तीफे पर टिप्पणी करते हुए बीजेपी नेता कैलाश विजयर्गीय ने टीएमसी चीफ और सीएम ममता बनर्जी पर जमकर हमला किया है। उन्होंने कहा कि शुभेंदु अधिकारी ममता बनर्जी के अहंकार और भ्रष्टाचार से परेशान थे। उन्होंने दावा करते हुए आगे कहा कि टीएमसी के कई नेता भाजपा में शामिल होंगे, उनमें से कुछ से वो खुद संपर्क में हैं। यही दावा बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने करते हुए कहा था कि शुभेंदु अधिकारी का टीएमसी छोड़ना महज एक झांकी है और टीएमसी से नाराज कई नेता पार्टी नेतृत्व से नाराज चल रहे हैं।
मंगलुरु
में
एक
दीवार
पर
लश्कर
के
समर्थन
में
लिखे
मिले
एक
भड़काऊ
भित्तिचित्र
से
मचा
हड़कंप
गौरतलब है टीएमसी आलाकमान से नाराज चल रहे शुभेंदु अधिकारी ने शुक्रवार को राज्य के परिवहन मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने गुरूवार को राज्य सरकार द्वारा संचालित हुगली नदी पुल आयोग के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देकर राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी द्वारा उन्हें मनाने के लिए पर्दे के पीछे चल रही कोशिशों को झटका दिया था। अधिकारी ने फैक्स के जरिए टीएमसी चीफ और ईमेल के जरिए राज्यपाल को अपना इस्तीफा भेजा था, जिसकी जानकारी राज्यपाल ने दोपहर में एक ट्वीट से दिया।
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