'ऑक्सीजन की कमी' के कारण अपनी मां को खोने वाले एरिक मैसी का बयान, केंद्र के बयान से हैरान हूं
नई दिल्ली, जुलाई 21। केंद्र सरकार ने मंगलवार को राज्यसभा में बताया कि किसी भी राज्य सरकार ने ऑक्सीजन की कमी से हुई मौत के आंकड़े रिपोर्ट नहीं किए हैं। सरकार के इस बयान के बाद कोरोना महामारी की दूसरी लहर का वो मंजर फिर से आंखों के सामने आने लगा, जब अस्पतालों के अंदर और अस्पतालों के बाहर लोग ऑक्सीजन के लिए तड़प रहे थे। सरकार के इस बयान से उन परिवारों को भी गहरा धक्का पहुंचा है, जिन्होंने ऑक्सीजन की कमी के कारण ही अपनों को खो दिया। ऐसा ही एक परिवार है, एरिक मैसी का जिन्होंने 23-24 अप्रैल की आधी रात को जयपुर गोल्डन अस्पताल में अपनी मां डेल्फिन मैसी को खो दिया था।
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एरिक मैसी के परिवार ने भी की थी CBI जांच की मांग
सरकार के बयान के बाद एरिक मैसी का कहना है कि ये वाकई चौंकाने वाली बात है कि केंद्र सरकार ने कहा है कि देश में ऑक्सीजन की कमी के कारण किसी की मौत नहीं हुई। आपको बता दें कि एरिक उन कई परिवारों में से एक हैं, जिन्होंने जयपुर गोल्डन अस्पताल में कथित रूप से ऑक्सीजन की कमी के कारण हुई 21 मरीजों की मौत की CBI से जांच कराने की मांग की थी। इसको लेकर इन परिवारों ने दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका भी दाखिल की थी।
जयपुर गोल्डन अस्पताल में अपनों को खोने वाले एक परिवार के सदस्य का कहना है कि हमने उस वक्त प्लाज्मा, रेमडेसिविर से लेकर टोसिलिजुमैब का इंतजाम किया हुआ था, अगर राज्य सरकार हमें उस वक्त बता देती कि उनके पास ऑक्सीजन जैसी बुनियादी सुविधाएं नहीं हैं, तो हम उसकी भी व्यवस्था रखते।
वहीं स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि केंद्र सरकार का बयान उन परिवरों के जख्मों पर नमक रगड़ने वाला है, जिन्होंने कोरोना की दूसरी लहर में अपनों को खोया है। सत्येंद्र जैन ने कहा कि इतना ही नहीं केंद्र सरकार ने दिल्ली में उपराज्यपाल के जरिए एक ऑडिट कमेटी ने पीड़ितों को मुआवजा देने से भी रोक दिया।