पश्चिम बंगाल में BJP प्रदेश अध्यक्ष के खिलाफ शिवसेना ने उतारा उम्मीदवार
नई दिल्ली। एनडीए सरकार में सहयोगी दल शिवसेना ने पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। शिवसेना ने ऐलान किया है कि पार्टी पश्चिम बंगाल की 15 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी। शिवसेना पहली बार पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनाव लड़ रही है। बीजेपी पर निशाना साधते हुए शिवसेना के राज्य महासचिव अशोक सरकार ने कहा कि टीएमसी के सभी दागी नेता भाजपा में शामिल हो गए हैं और इसे सत्ताधारी पार्टी का विस्तारित हिस्सा बना रहे हैं।
शिवसेना ने पश्चिम बंगाल के लिए 11 उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की है और कहा है कि अगले कुछ दिनों में 4 अन्य नामों के ऐलान के साथ कुल उम्मीदवारों की संख्या 15 हो जाएगी। बता दें कि पिछले कुछ समय में कई मौजूदा सांसद और टीएमसी के विधायक भाजपा में शामिल हुए हैं। शिवसेना ने जिन सीटों पर उम्मीदवारों के नामों का ऐलान किया है उनमें से कुछ पर भाजपा ने अपनी दावेदारी मजबूत की है।
अशोक सरकार ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी को चुनौती नहीं दे पाएगी इसलिए शिवसेना मैदान में उतर रही है। अशोक सरकार ने कहा कि वे मिदनापुर लोकसभा सीट से बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष और टीएमसी के मानस भूनिया के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे। साल 2016 में शिवसेना ने 18 सीटों पर विधानसभा चुनावों के दौरान उम्मीदवार उतारे थे लेकिन कोई छाप छोड़ने में पार्टी नाकाम रही थी।
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पश्चिम बंगाल में 42 लोकसभा सीटें हैं और यहां सात चरणों में मतदान होगा। वोटों की गिनती 23 मई को होगी। भाजपा को इस बार यहां से ज्यादा से ज्यादा सीटें जीतने की उम्मीद है। टीएमसी को 2014 में 34, बीजेपी को 2, कांग्रेस को 4 और सीपीएम को दो सीटें मिली थी।