शिवसेना के सांसदों के भी बगावत का संदेह! उद्धव ठाकरे ने उठाया ये कदम
नई दिल्ली, 6 जुलाई: शिवसेना के उद्धव ठाकरे गुट ने बुधवार को पार्टी सांसद राजन विचारे को लोकसभा में पार्टी का चीफ व्हिप बना दिया है। पार्टी नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने यह जानकारी देते हुए कहा है कि सांसद भावना गवली की जगह विचारे को नामित किया गया है। संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी को लिखी चिट्ठी में संजय राउत ने कहा है कि 'आपको यह सूचित करना है कि शिवसेना संसदीय दल ने लोकसभा सांसद राजन विचारे को लोकसभा सांसद भावना गवली की जगह लोकसभा में तत्काल प्रभाव से चीफ व्हिप नामित किया है।' राउत शिवसेना संसदीय दल के नेता हैं।
भाजपा
से
गठबंधन
की
सलाह
दी
तो
चीफ
व्हिप
पर
गिरी
गाज
भावना
गवली
पूर्वी
महाराष्ट्र
की
यवतमाल-वाशिम
लोकसभा
क्षेत्र
से
पार्टी
का
प्रतिनिधित्व
कर
रही
हैं।
गवली
शिवसेना
की
उन
सांसदों
में
से
हैं,
जिन्होंने
एकनाथ
शिंदे
की
अगुवाई
में
हुई
बगावत
के
बीच
पार्टी
को
फिर
से
भाजपा
के
साथ
गठबंधन
करने
की
सलाह
दी
थी।
जबकि,
राजन
विचार
ठाणे
लोकसभा
क्षेत्र
से
पार्टी
के
सांसद
हैं।
गौरतलब
है
कि
महाराष्ट्र
के
मुख्यमंत्री
एकनाथ
शिंदे
भी
मुंबई
से
सटे
ठाणे
का
ही
प्रतिनिधित्व
करते
हैं।
बागी
नेता
ने
18
में
से
12
सांसदों
के
टूटने
की
बात
कही
है
शिवसेना
के
पास
लोकसभा
में
18
और
राज्यसभा
में
3
सांसद
हैं।
इससे
पहले
बुधवार
को
ही
शिवसेना
के
बागी
विधायक
गुलाबराव
पाटिल
ने
दावा
किया
था
कि
पार्टी
के
18
सांसदों
में
से
12
जल्द
ही
एकनाथ
शिंदे
के
गुट
में
शामिल
हो
जाएंगे।
इससे
एक
दिन
पहले
शिवसेना
के
लोकसभा
सदस्य
राहुल
शेवाले
ने
उद्धव
ठाकरे
से
अनुरोध
किया
था
कि
पार्टी
सांसदों
से
कहें
कि
वो
एनडीए
की
राष्ट्रपति
पद
की
उम्मीदवार
द्रौपदी
मुर्मू
का
समर्थन
करें।
इसके
लिए
उन्होंने
उनके
आदिवासी
होने
और
समाज
के
लिए
उनके
योगदान
को
ध्यान
में
रखने
की
बात
कही
थी।
व्हिप
ने
शिवसेना
संकट
में
निभाया
है
बड़ा
रोल
महाराष्ट्र
में
शिवसेना
के
हालिया
सियासी
संकट
में
पार्टी
व्हिप
ने
महत्वपूर्ण
भूमिका
निभाई
है,
और
इसी
की
वजह
से
उद्धव
ठाकरे
की
अगुवाई
वाली
महा
विकास
अघाड़ी
की
सरकार
लगभग
ढाई
साल
में
ही
गिर
गई
और
एकनाथ
शिंदे
ने
नए
मुख्यमंत्री
के
तौर
पर
शपथ
ली
है।
विधानसभा
में
स्पीकर
के
चुनाव
और
सीएम
शिंदे
के
विश्वास
मत
के
दौरान
शिंदे
और
ठाकरे
दोनों
गुटों
की
ओर
से
व्हिप
जारी
किया
गया
था।
हालांकि,
व्हिप
की
वैद्यता
को
लेकर
दोनों
गुटों
के
अपने-अपने
दावे
हैं।
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शायद यही वजह है कि लोकसभा में भी बगावत के खतरे को भांपते हुए, उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली शिवसेना ने पार्टी का चीफ व्हिप ही बदल डाला है।