गैर हिंदू नर्तकी को मंदिर ने कार्यक्रम में शामिल होने से रोका, अब अन्य कलाकारों ने किया बहिष्कार
नई दिल्ली, 01 अप्रैल: गैर हिंदू नर्तकी मानसिया को मंदिर में नृत्य की अनुमति न मिलने के बाद केरल में नया विवाद खड़ा हो गया है। कई नर्तकियों ने अब नर्तक मानसिया के साथ एकजुटता की घोषणा की है। बता दें कि,मानसिया को केरल के त्रिशूर में कूडलमानिक्यम नृत्य उत्सव में नृत्य करने से रोक दिया गया। इससे पहले, इसी तरह उत्तरी मालाबार में मंदिर प्रशासन ने एक पूरक्कली कलाकार को उसके बेटे की मुस्लिम महिला से शादी करने के आरोप में मंदिरों में परफॉर्म करने पर रोक लगा दिया था।
अब इस मामले में प्रसिद्ध नर्तकी देविका सजीवन और अंजू अरविंद की एंट्री हो गई है। उन्होंने मनसिया के साथ अपनी एकजुटता की घोषणा करते हुए कूडलमानिक्यम मंदिर उत्सव में परफॉर्मेंस नहीं करने का फैसला किया है। दोनों नर्तकियों ने घोषणा की कि वे 24 अप्रैल को होने वाले नृत्य कार्यक्रम से अपना नाम वापस ले रही हैं। केरल के एक भरतनाट्यम नृत्यांगना अंजू अरविंद हैदराबाद यूनिवर्सिटी में पढ़ती हैं।
इस मामले पर बोलते हुए अंजू अरविंद ने कहा कि, मुझे 21 अप्रैल को प्रदर्शन करना था। इसलिए, मैंने फैसला किया कि मैं उनके मंच पर प्रदर्शन नहीं करना चाहती हूं क्योंकि उन्होंने कलाकार मानसिया को नृत्य करने से रोक दिया, क्योंकि वह एक गैर-हिंदू हैं। यह एक प्रमुख कारण है जिसने मुझे झकझोर दिया क्योंकि हम कलाकारों का कोई क्षेत्र / धर्म नहीं है, यही मेरा मानना है।
उन्होंने कहा कि, भले ही उनके पास ऐसे नियम हों, उन्हें ब्रोशर पर कलाकारों के नाम डालने से पहले क्रॉस-चेक करना चाहिए था। हम उन्हें हर एक विवरण देते हैं। उन्होंने कलाकार का चयन किया, फोन किया और पुष्टि की, पोस्टर बनाए, वितरित किए और अब कह रहे हैं कि वह प्रदर्शन नहीं कर सकती क्योंकि वह एक गैर-हिंदू हैं।
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वहीं देविका ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि वह उन सभी कलाकारों के साथ एकजुटता की घोषणा कर रही हैं। जिन्हें उस कार्यक्रम में नृत्य करने से रोका गया। अंजू अरविंद ने कहा कि समिति ने मानसिया को अंतिम चरण में प्रवेश करने की अनुमति दी थी और बाद में उसे यह कहते हुए एक दस्तावेज पर हस्ताक्षर करने के लिए मजबूर करने की कोशिश की कि वह हिंदू है।