गुजरात: किडनैप कर बिसनेसमैन से फिरौती में मांग रहा था बिटक्वाइन, एसपी जगदीश पटेल गिरफ्तार
अहमदाबाद। गुजरात सीआईडी की अपराध शाखा ने एक बिल्डर से जबरन बिटक्वाइन और नकदी वसूली के मामले में कथित भूमिका को लेकर अमरेली के पुलिस अधीक्षक (एसपी) जगदीश पटेल को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया। इससे पहले सीआईडी क्राइम ने पुलिस इंस्पेक्टर अंनत पटेल को गिरफ्तार किया था। दरअसल, अमरेली पुलिस ने सूरत के बिल्डर और कारोबारी शैलेष भट्ट को अगवा कर 12 करोड़ रुपए के 200 बिटक्वाइन अपने अकाउंट में ट्रांसफर करवाए थे।
इस मामले में पुलिस ने 10 पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार किया है। इन पुलिस वालों की जांच में अमरेली एसपी जगदीश पटेल के नाम का खुलासा हुआ था। इसके बाद जगदीश पटेल को हिरासत में लिया गया। जो जानकारी मिल रही है उसके मुताबिक जगदीश पटेल के खिलाफ पुख्ता सबूत हैं ऐसे में उनके लिए गिरफ्तारी से बचना मुश्किल है।
सीबीआई अधिकारी के शामिल होने का आरोप
इस हाईप्रोफाइल अपहरण कांड में गुजरात में तैनात सीबीआई के अधिकारी सुनील नायर को भी शामिल बताया गया है। शैलेष भट्ट द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत में एसपी जगदीश पटेल, इंस्पेक्टर अनंत पटेल, बिटकॉइन की जानकारी रखने वाले किरीट पालडिया और पूर्व विधायक नलिन कोटडिया को मुख्य अरोपी बनाया गया है। शैलेष की शिकायत के अनुसार, अमरेली पुलिस और स्टेट सीबीआई अधिकारी ने उन्हें एनकाउंटर करने की धमकी देकर 17 करोड़ रुपये वसूल लिए।
कैसे हुआ घटनाक्रम?
शैलेष भट्ट का कहना है कि 2016 में जब नोटबंदी हुई तो उसके सामने ये सवाल था कि अपने पास मौजूद पैसे को कहां इन्वेस्ट करे। ऐसे में भट्ट अपने एक जानने वाले के जरिए सूरत के व्यापारी किरीट पालडीया के संपर्क में आया। पालडीया ने भट्ट को बिटकॉइन में पैसा लगाने की सलाह दी। थोड़े- थोड़े कर भट्ट के पास 200 बिटकॉइन इकट्ठा हो गए।
सीआईडी क्राइम विभाग को दी शिकायत में भट्ट ने आरोप लगाया कि एक दिन सीबीआई अधिकारी सुनील नायर ने अचानक फोन कर धमकाया और गांधीनगर सीबीआई दफ्तर में बुलाया। भट्ट के मुताबिक वहां टॉर्चर रूम में बेतहाशा पिटाई की गई और फिर सुनील नायर ने उसे सीबीआई से छोड़ने के लिए 10 करोड रूपए की मांग की।