समुद्री ताकत को बढ़ाने के लिए इंडियन नेवी को मिलेगी 'कलवरी' सबमरीन
नई दिल्ली। इंडियन नेवी का जल्द ही अपना नया साथी मिलने वाला है। निर्मला सीतारमण के रक्षा मंत्री बनने के बाद इंडियन नेवी को नई और उन्नत टेक्नोलॉजी से समृद्ध सबमरीन मिलने वाली है। यह इंडियन नेवी की पहली स्कॉर्पियन क्लास सबमरीन होगी।
अंग्रेजी अखबार इकॉनोमिक टाइम्स के मुताबिक, भारत को यह सबमरीन सितंबर तक मिल जाएगी, इसका नाम कालवेरी रखा गया है।
इंडियन नेवी को दूसरी स्कॉर्पियन क्लास सबमरीन अगले साल मिल जाएगी, जिसकी नाम खांडेरी रखा गया है। इसी टेक्नोलॉजी के कुल 6 सबमरीन फ्रांस की मदद से भारत 2005 से इस प्रोजेक्ट पर काम कर रहा है। भारत ने 2030 तक नई तकनीक की 24 सबमरीन बनाने का लक्ष्य रखा है।
इस नए प्रोजेक्ट से बनकर तैयार होने वाली सबमरीन से पुरानी सबमरीन की जगह लेगी। भारत के पास जो सिंधुघोष और शिशुकुमार सबमरीन है वो 30 साल पूरानी हो चुकी है।
चीन की बढ़ती ताकतों के चलते भारत लगातार अपनी सुरक्षा को बढ़ाने में लगा है। हाल ही में भारतीय सेना के एक अधिकारी ने बताया था कि चीन की युआन क्लास की सबमरीन हिंद महासागर में प्रवेश कर गई थी। ऐसे में इंडियन नेवी के लिए स्कॉर्पियन क्लास सबमरीन बहुत बड़ी ताकत बनकर उभरेगी।