गैर-कश्मीरियों की हत्या: सत्यपाल मलिक बोले,मैं राज्यपाल था तो श्रीनगर के 50KM के दायरे में आतंकी नहीं घुसते थे
श्रीनगर, 18 अक्टूबर: जम्मू और कश्मीर में अक्टूबर की शुरुआत से गैर-कश्मीरियों को निशाना बनाकर हत्या करने की आतंकी घटनाएं बढ़ती ही जा रही हैं। इस पूरे मामले पर मेघालय के गवर्नर सत्यपाल मलिक ने कहा है कि जब वो जम्मू और कश्मीर के राज्यपाल थे तो आतंकियों की इतनी हिम्मत नहीं थी। लेकिन अब वो चुन-चुन कर मार रहे हैं। मौजूदा समय की अपने कार्यकाल से तुलना करते हुए सत्यपाल मलिक ने कहा, ''जब मैं जम्मू कश्मीर का राज्यपाल था तो तब श्रीनगर के 50 किलोमीटर के दायरे में आतंकवादी घुसने की हिम्मत भी नहीं करते थे। लेकिन अब वो चुन चुन कर मार रहे हैं।''

जम्मू और कश्मीर में अक्टूबर की शुरुआत से अब तक नागरिकों को निशाना बनाकर आतंकियों द्वारा 11 लोगों को मौत के घाट उतारा गया है। वहीं कई अन्य लोग घायल हो गए गए हैं। सत्यपाल मलिक 23 अगस्त 2018 से 30 अक्टूबर 2019 तक जम्मू और कश्मीर के राज्यपाल बने थे।
सत्यपाल मलिक के कार्यकाल में ही केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने 5 अगस्त 2019 को जम्मू और कश्मीर को केंद्र शासित प्रदेश घोषित किया था। इन्ही के कार्यकाल के दौरान केंद्र सरकार ने 35ए को पूरी तरह से रद्द कर दिया था।
17 अक्टूबर यानी रविवार को आतंकवादियों ने फिर से दो प्रवासी मजदूरों की हत्या की है। ये 24 घंटे में आतंकवादियों द्वारा गैर-कश्मीरियों पर हमले की तीसरी घटना है। दोनों प्रवासी मजदूरों की पहचान बिहार के राजा रेशी देव और जोगिंदर रेशी देव के तौर पर हुई है।
कश्मीर पुलिस ने कहा है कि राजा रेशी देव और जोगिंदर रेशी देव कुलगाम के लारन गंगिपोरा वानपोह में किराए के मकान में रहते थे। जब वह अपने घर में थे तो आतंकवादियों ने अंधाधुंध गोलियां चलाई। जिसमें राजा रेशी देव और जोगिंदर रेशी देव की मौत हो गई। दोनों को 6-6 गोली लगी थी। घर में मौजूद तीसरे शख्स की पहचान चुनचुन रेशी देव के रूप में हुई, जो अनंतनाग अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती है।