ईडी ने मोइन कुरैशी केस में सतीश सना बाबू को किया गिरफ्तार, सीबीआई स्पेशल डायरेक्टर पर लगाया था घूस का आरोप
नई दिल्ली। मोइन कुरैशी केस में सतीश सना बाबू को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तारी दिल्ली से हुई है। सतीश सना बाबू ने सीबीआई के स्पेशल डायरेक्टर रहे राकेश अस्थाना पर 5 करोड़ रुपये की रिश्वत मांगने का आरोप लगाया था। रिश्वत के आरोपों के बाद सीबीआई में खुल्लम-खुल्ला गतिरोध शुरू हुआ। जिसके बाद निदेशक अलोक वर्मा और राकेश अस्थाना को छुट्टी पर भेज दिया गया। राकेश अस्थाना ने हमेशा कहा कि सना सतीश बाबू मोइन कुरैशी के भ्रष्टाचार का हिस्सा थे।
हैदराबाद के व्यवसायी सतीश बाबू पर मोइन कुरैशी से 50 लाख रुपये लेने का आरोप है। इसका प्रभावी रूप से मतलब है कि सीवीसी और पीएमओ के समक्ष राकेश अस्थाना द्वारा दायर सभी शिकायतें वास्तविक थीं और तत्कालीन डीसीबीआई आलोक वर्मा और भ्रष्टाचार निरोधक इकाई-3 उसे एक फर्जी भ्रष्टाचार मामले में फंसाना चाहते थे। गौरतलब है कि कुरैशी का नाम सबसे पहले साल 2014 में तब सामने आया जब यह पता चला कि 15 महीने में कुरैशी कम से कम 70 बार तत्कालीन सीबीआई निदेशक रंजीत सिन्हा के घर पर हाजिरी लगाई थी।
सीबीआई ने 15 अक्टूबर को सतीश सना बाबू से कथित रूप से दो करोड़ रुपये रिश्वत लेने के आरोप में राकेश अस्थाना के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी। आरोप है कि मांस कारोबारी मोईन कुरैशी के मामले को रफ-दफा करने के लिए दो बिचौलियों मनोज प्रसाद और सोमेश प्रसाद के जरिए दो करोड़ रुपये की रिश्वत दी गई। इस मामले में मनोज प्रसाद को 16 अक्टूबर को गिरफ्तार किया गया था। लेकिन नंबर 2018 में कोर्ट से उसे जमानत मिल गई थी।