रूस ने नोट बंदी पर दी भारत को धमकी, मॉस्को में भी भारतीय राजनयिकों को नहीं मिलेगा कैश
कैश की कमी से जूझते रूसी दूतावास ने कहा भारत के समक्ष दर्ज कराएंगे विरोध। रूसी दूतावास का कहना दिल्ली स्थित दूतावास के कर्मियों के पास डिनर तक होस्ट करने के पैसे नहीं हैं।
नई दिल्ली। रूस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नोट बंदी फैसले पर अपना गुस्सा जाहिर किया है। रूस के दिल्ली स्थित दूतावास में मौजूद राजनयिक इस समय कैश की भारी किल्लत से गुजर रहे हैं। इसकी वजह से रूस, भारत से इतना नाराज है कि अब उसने अपना विरोध दर्ज कराने का मन बना लिया है।
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दूतावास में नहीं है कैश
रूस ने कहा है कि भारत में नोट बंदी की वजह से दूतावास में कैश ही नहीं बचा है। रूस चाहता है कि भारत जल्द से जल्द इस समस्या का समाधान करे।
रूस के राजदूत अलेक्जेंडर कादाकिन ने इस मुद्दे का जिक्र किया है। उन्होंने एक चिट्ठी लिखी है और कहा है कि राजनयिक बैंक से पैसे तक नहीं निकाल पा रहे हैं। इसकी वजह से रोजमर्रा के काम प्रभावित हो रहे हैं।
तो मॉस्को में भी नहीं मिलेगा कैश
कादाकिन ने यह चिट्ठी विदेश मंत्रालय को लिखी है और इसमें उन्होंने मांग की है कि राजनयिकों के लिए पैसे निकालने की सीमा को बढ़ाया जाए। कादाकिन के मुताबिक वह विदेश मंत्रालय से चिट्ठी के जल्द जवाब की उम्मीद कर रहे हैं।
उनका कहना है कि अगर इस मुद्दे का समाधान नहीं किया गया तो फिर मॉस्को में भारत के राजदूत को समन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि रूस में तैनात सभी राजनयिकों के लिए भी पैसा निकालने की सीमा तय कर दी जाएगी।
यूक्रेन और कजाखस्तान भी खफा
भारत में रूस के दूतावास में करीब 200 कर्मी हैं। भारत की ओर से अभी तक इस शिकायत पर कोई भी प्रतिक्रिया नहीं आई है। इसके अलावा यूक्रेन और कजाखस्तान की ओर से भी इस तरह का विरोध दर्ज कराया जा चुका है।
पिछले माह जब नोट बंदी का ऐलान हुआ था तो विदेश मंत्रालय की ओर से कहा गया था कि वित्तीय मामलों से जुड़े विभाग से बात की गई है।
विदेश मंत्रालय के मुताबिक दूतावासों में कैश को बरकरार रखने से जुड़े तीन या चार तरह की अनुरोधों पर चर्चा हुई।