यूपी डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के चीफ नोडल ऑफिसर बने पूर्व वायुसेना सेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया
नई दिल्ली, 29 सितंबर: भारत सरकार ने यूपी में डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर (DIC) नाम से एक महत्वाकांक्षी परियोजना शुरू की थी, जिसका मकसद एयरोस्पेस और रक्षा क्षेत्र में विदेशी निर्भरता को कम करना है। इस परियोजना में एक बड़ी नियुक्ति हुई है, जहां पूर्व वायुसेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया को इसका चीफ नोडल ऑफिसर (CNO) बनाया गया। यूपी सरकार के मुताबिक एयर चीफ मार्शल (रिटायर) भदौरिया का रक्षा क्षेत्र में चार दशक से ज्यादा का अनुभव है, ऐसे में उनकी नियुक्त डीआईसी के लिए काफी मददगार साबित होगी।
दरअसल अभी तक भारत की तीनों सेनाएं जिन हथियारों या उपकरणों का प्रयोग करती हैं, उनमें से ज्यादातर दूसरे देशों में तैयार होते हैं। एयरोस्पेस और रक्षा क्षेत्र में विदेशी निर्भरता को खत्म करने के लिए 11, अगस्त 2018 को UP डीआईसी की शुरुआत की गई थी। इस परियोजना के 6 नोड्स हैं- लखनऊ, झांसी, कानपुर, चित्रकूट, आगरा और अलीगढ़। यूपी सरकार के मुताबिक भारत 2025 तक 250 बिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक की आवश्यकताओं के साथ एक प्रमुख एयरोस्पेस और रक्षा बाजार के रूप में तेजी से उभर रहा है। ये रक्षा आवश्यकताएं सैन्य विमानों, पनडुब्बियों, हेलीकॉप्टरों, भूमि प्रणालियों से लेकर हथियारों और सेंसर तक फैली हुई हैं। एयरोस्पेस और डिफेंस सेक्टर में आत्मनिर्भरता प्राप्त करने के उद्देश्य से भारत सरकार ने 2018-19 के केंद्रीय बजट के दौरान दो रक्षा औद्योगिक गलियारे (डीआईसी) शुरू करने का ऐलान किया था, जो यूपी और तमिलनाडु में हैं।
रिटायर हुए आरकेएस भदौरिया, एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने संभाली वायु सेना की कमान
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पिछले
साल
रिटायर
हुए
थे
भदौरिया
आपको
बता
दें
कि
आरकेएस
भदौरिया
30
सितंबर,
2019
को
वायुसेना
प्रमुख
बने
थे।
इसके
बाद
उन्होंने
30
सितंबर
2021
तक
अपनी
सेवाएं
दीं।
उन्होंने
36
राफेल
विमानों
के
सौदे
में
बहुत
अहम
भूमिका
निभाई।
इसके
अलावा
83
स्वदेशी
तेजस
जेट
का
भी
सौदा
उनके
कार्यकाल
में
हुआ
था।