Bihar Elections 2020: तीसरे चरण में राजद के इन बड़े चेहरों की साख दांव पर
पटना। गुरुवार को 5 बजने के साथ ही बिहार चुनाव (Bihar Assembly Elections 2020) के तीसरे और अंतिम चरण का चुनाव प्रचार थम गया है। तीसरे चरण के लिए 7 नवम्बर को मतदान होना है। इसके बाद 10 नवम्बर को मतगणना की जाएगी जिसके साथ ही ये तय हो जाएगा कि राज्य में अगली सरकार किसकी होने वाली है।
तीसरे चरण राजद (RJD) के बड़े चेहरों की साख दांव पर है। राष्ट्रीय जनता दल ने इस चरण की 78 सीटों में से 46 पर चुनाव लड़ रही है। अधिकांश सीटों पर पार्टी ने अपने पुराने चेहरों को ही मैदान में उतारा है। तीसरे चरण में जहां पार्टी के बड़े दलित चेहरे रमई राम (Ramai Ram) मैदान में हैं वहीं पार्टी के सबसे वरिष्ठ मुस्लिम नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी (Abdul Bari Siddiqui) भी इसी चरण में चुनावी रण में हैं। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव भोला यादव की प्रतिष्ठा भी दांव पर हैं। उधर बाहुबली आनंद मोहन की पत्नी लवली आनंद भी सहरसा सीट से प्रत्याशी हैं जो कुछ समय पहले ही पार्टी में शामिल हुई हैं। लवली आनंद के सहारे राजद आस-पास के सवर्ण वोटों में सेंध लगाने की उम्मीद लगाए बैठी है। लवली आनंद को टिकट देने के लिए आरजेडी ने अपने सिटिंग विधायक का टिकट भी काट दिया था।
सात बार विधायक रह चुके इस बार केवटी सीट से चुनाव मैदान में हैं। सिद्दीकी एक बार विधान परिषद के लिए भी चुने जा चुके हैं। राजद के वरिष्ठ नेता और बड़े मुस्लिम चेहरा माने जाने वाले सिद्दीकी अब तक अलीनगर से चुनाव लड़ते रहे हैं लेकिन इस बार पार्टी ने उन्हें केवटी से मैदान में उतारा है।
सिद्दीकी की बदली गई सीट
इस बार प्रदेश के मुस्लिम बहुल इलाके में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM पूरी दमदारी से चुनाव लड़ रही है। बिहार में मुस्लिम मतदाता परंपरागत रूप से राजद के साथ रहता आया है लेकिन AIMIM के आने से ये समीकरण गड़बड़ाने लगा है। AIMIM के असर का अंदाजा इस बात से लगाया जाता है कि कई सीटों पर उसकी राजद से टक्कर बताई जा रही है। मुस्लिम वोटों के बिखराव को रोकने के लिए सिद्दीकी को राजद ने उनकी परंपरागत सीट से बदलकर केवटी से उम्मीदवार बनाया है।
रमई राम भी इसी चरण में
रमई राम ने बिहार विधानसभा में अब तक रिकॉर्ड 9 बार जीत दर्ज की है। वे दसवीं बार चुनाव मैदान में हैं। 40 साल से विधायक रमई राम 20 साल तक राज्य में मंत्री रहे हैं। उनकी पहचान न सिर्फ राजद बल्कि प्रदेश के बड़े दलित चेहरे के रूप में है। वहीं राजद के राष्ट्रीय महासचिव भोला यादव हायघाट विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में किस्मत आजमा रहे हैं। रमई राम को राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव का बेहद ही खास माना जाता है। एक और दलित नेता शिवचंद्र राम पातेपुर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव मैदान में हैं।
तीसरे चरण की 78 सीटों के लिए महागठबंधन में राजद 46 सीटों पर चुनाव लड़ रही है जबकि कांग्रेस 25 और वामपंथी दलों के हिस्से में 7 सीट आई है।
Bihar Elections: किशनंगज की चारों सीटों पर कांटे की टक्कर, AIMIM फैक्टर ने उड़ाई सभी की नींद